जैन तीर्थ सम्मेद शिखरजी बचाओ आंदोलन के समर्थन में सकल जैन समाज द्वारा अपर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

कोरबा 16 दिसम्बर । सकल जैन समाज कोरबा द्वारा जैन मिलन समिति के बैनर के माध्यम से 20 तीर्थंकरों और अनंत संतो के मोक्षस्थल श्री सम्मेद शिखरजी पारसनाथ पर्वतराज गिरिडीह झारखंड की स्वतंत्र पहचान, पवित्रता और संरक्षण हेतु सम्मेद शिखर जी बचाओ आंदोलन के समर्थन में सकल जैन समाज ने द्वारा अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।

जिसमें सकल जैन समाज द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत सरकार से मांग की गई की पारसनाथ पर्वत राज को वन्य जीव अभ्यारण्य पर्यावरण पर्यटन के लिए घोषित इको सेंसेटिव जोन के अंतर्गत जोनल मास्टर प्लान व पर्यटन मास्टर प्लान, पर्यटन धार्मिक पर्यटन सूची से बाहर किया जाए, पारसनाथ पर्वत राज को बिना जैन समाज की सहमति के इको सेंसेटिव जोन के अंतर्गत वन्यजीव अभयारण्य का एक भागऔर तीर्थ माना जाता है, तीर्थराज की स्वतंत्र पहचान व पवित्रता नष्ट करने वाली झारखंड सरकार की अनुशंसा पर केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना क्रमांक 2795 दिनांक 2 अगस्त 2019 को अभिलंब रद्द किया जाए, पारसनाथ पर्वत राज और मधुबन को मांस मदिरा बिक्री मुक्त पवित्र जैन तीर्थ स्थल घोषित किया जाए, पर्वतराज की वंदना मार्ग को अतिक्रमण, वाहन संचालन व अवैध सामग्री बिक्री मुक्त कर यात्री पंजीकरण, सामान्य जांच हेतु सीआरपीएफ व स्कैनर, सीसीटीवी कैमरे सहित दो चेकपोस्ट चिकित्सा सुविधा सहित बनाया जाए, पर्वतराज के पेड़ों की अवैध कटाई, पत्थरों का अवैध खनन और महुआ के लिए आग लगाना प्रतिबंधित हो।

सकल जैन समाज द्वारा अपर कलेक्टर विजेंद्र पाटिल को ज्ञापन सौंपा गया जिसमें दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष जयकुमार जैन, सचिव राजीव कुमार जैन, आर व्ही बी जैन, शील चंद जैन, दिनेश कुमार जैन, अखिलेश जैन, तरुण नायक, भागचंद जैन, योगेश जैन, प्रकाश जैन, प्रदीप दुग्गड, निर्मल कोठारी, मोतीलाल बोरा, महेंद्र चोपड़ा, प्रकाश वेद, रंजना जैन, साधना जैन, रश्मि जैन, विनीता जैन, रेनू जैन आदि सकल जैन समाज के अधिक से अधिक सदस्यों ने उपस्थित होकर अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

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