बेला में उपभोक्ताओं को सरकारी राशन वितरण करने में आनाकानी
कोरबा 14 दिसंबर। जिले के सब डिवीजन कोरबा के अंतर्गत ग्राम पंचायत बेला में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की सोसाइटी विवादों के घेरे में है। यहां पर उपभोक्ताओं को सरकारी राशन का वितरण करने में आनाकानी की जा रही है। संचालक ने बेला के अलावा और भी गांव की जिम्मेदारी गलत तरीके से ले रखी है इसके कारण दिक्कतें कायम है। आशंका जताई जा रही है कि इन स्थानों पर सरकारी राशन की अफरा तफरी हुई है। शिकायत के बाद भी इस मामले में जांच करने की जरूरत नहीं समझी गई।
जानकारी के अनुसार अप्रैल महीने में बेला पीडीएस सोसाइटी के संचालक के द्वारा उपभोक्ताओं को चना, शक्कर और प्रधानमंत्री अनाज कल्याण योजना का चावल नहीं दिया गया अन्य महीनों में भी अतिरिक्त मात्रा दबा दी गई और हितग्राहियों को इससे वंचित किया गया। कुछ मामलों में हितग्राहियों से ज्यादा रकम ले लिए जाने की भी खबर काफी है। जबकि नवंबर महीने में अनेक उपभोक्ताओं से संचालक के द्वारा 20 से लेकर 60 तक की वसूली की गई। राशन की कम मात्रा दिए जाने की शिकायत के बाद केंद्र सरकार के द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वेट मशीन को ई पोस मशीन से जोड़ दिया गया है। लेकिन बेला में इसकी जरूरत नहीं समझी गई है। जानकारी के अनुसार अभी भी इलेक्ट्रॉनिक कांटा में बांट रखकर वजन किया जा रहा है । ऐसे में घटतौली की पूरी गुंजाइश है। प्रशासन को बताया गया कि जिस व्यक्ति को पीडीएस काम की जिम्मेदारी बेला पंचायत में दी गई है, वह विकासखंड कोरबा के अंतर्गत लेमरू और कई स्थानों पर इस काम से जुड़ा हुआ है। इस वजह से इन स्थानों पर पीडीएस सोसाइटी एक या दो दिन खुल पा रही है और ऐसे में उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ रहा है। इन इलाकों में अधिकांशत आदिवासी और पहाड़ी कोरबा समुदाय निवासरत है जिसे मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रमाण के साथ की शिकायत ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के काम में अंधेरगर्दी और आर्थिक अनियमितता को लेकर प्रशासन के साथ-साथ भारत अभियान को शिकायत की गई है। हमारे पास व्यवस्था से जुड़े कई प्रमाण है। अगर इस मामले मैं अधिकारी उचित कार्रवाई नहीं करते हैं ग्रामीणों के पक्ष में आंदोलन किया जाएगा।