रिकार्ड में कम दिखाई जमीन, दादरखुर्द के ग्रामीणों ने राजस्व विभाग के खिलाफ खोला मोर्चा
कोरबा 24 नवम्बर। राजस्व सबडिविजन कोरबा के मसाहती गांवों में जमीन की अफरातफरी के मामले काफी समय से प्रकाश में आते रहे हैं और इसे लेकर तमाशे हुए। बाद में कार्रवाई हुई। सर्वे के बाद भी समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही है। हालात ऐसे हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की पुस्तैनी जमीन ज्यादा है लेकिन सरकारी रिकार्ड में इसका काफी हिस्सा नदारद है। इसलिए ग्राम दादरखुर्द में ग्रामीणों ने राजस्व विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
कोरबा तहसील के अंतर्गत आने वाले नगर निगम क्षेत्र के दादरखुर्द इलाके में आज से स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन शुरू किया। उनका आरोप है कि जमीन के मामले में यहां अजब-गजब मामले हो रहे हैं जिन पर हैरानी होती है। लोगों ने नक्शा सुधार की मांग की है और कहा है कि जब तक यह काम नहीं होता है वे प्रदर्शन करते रहेंगे। ग्रामीणों का कहना हैएकि गांव में उनकी पुरखों की करीब पचास डिसमिल जमीन है लेकिन नक्शा में केवल 9 डिसमिल जमीन दिखाया जा रहा है जिससे वे काफी परेशान है। लोगों का कहना है कि पुस्तैनी जमीन का दायरा 50 डिसमिल से ज्यादा है लेकिन इसका 80 फीसदी से ज्यादा हिस्सा रिकार्ड में है ही नहीं। उसमें कम जगह दर्शाए जाने से प्रतीत होता है कि इसे सांठगांठ कर कहीं और शिफ्ट कर दिया गया अथवा गायब भी कर दिया गया होगा। इस मामले में वास्तविक रूप से त्रुटियां है या गंभीर लापरवाही। इसकी जांच के साथ सुधार कराया जाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो उच्च स्तर पर लड़ाई लड़ी जाएगी। लोगों ने कहा कि किसी भी कीमत पर वे अपनी जमीन को भूलेंगे नहीं और जिन लोगों ने इस तरह का कारनामा किया है उन्हें सबक सिखाया जाएगा।