कांटाघर में लगा ताला, बिना तौल के पार हो रहे कोयला वाहन
कोरबा 6 सितंबर। एसईसीएल की दीपका व गेवरा कोल परियोजना से कोयला लेकर निकलने वाले ट्रक चालकों को इन दिनों काफी परेशान होना पड़ रहा है। सरईश्रृंगार स्थित खनिज विभाग का कांटाघर बंद होने की स्थिती में बिना तौल के ही चालक कोयले लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो रहे है।
कांटाघर किन कारणों से बंद है इसका जवाब देने वाला भी मौके पर कोई नहीं है। ऐसे में कोई ट्रक ओव्हरलोडिंग करता भी है,तो वह पकड़ में नहीं आ सकेगा। खनिज विभाग के अधिकारियों में फेरबदल होने के कारण हरदीबाजार स्थित सरईश्रृंगार कांटाघर में ताला लटक गया है। खनिज विभाग का कांटाघर बंद होने की स्थिती में खदानों से कोयला लेकर तौल कराने वाले वाले चालकों को काफी परेशान होना पड़ रहा है। तौल नहीं होने की स्थिती में उन्हें घंटो इंतजार करना पड़ रहा है। यहां सबसे बड़ा सवाल ये हैं, कि ओव्हरलोडिंग रोकने के लिए ही खनिज विभाग ने कांटाघर बनाया है ऐसे में अगर कांटाघर बंद रहता है और कोई ट्रक चालक निर्धारित मात्रा से अधिक कोयला लेकर चला जाता है, तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। गेवरा और दीपका खदान से रोजाना सैकड़ों की संख्या में ट्रक कोयला लेकर अपने गंतव्य को रवाना होते हैं लेकिन कांटाघर के बंद होने से बिना तौल के ही वे रवाना हो रहे है।