डीएमएफ का सोशल ऑडिट कराने की मांग


कोरबा 5 सितंबर। पंचवटी सभाकक्ष में जिला खनिज न्यास डीएमएफ के सोशल ऑडिट विषय को लेकर परिचर्चा का आयोजन किया गया। मिनरल इन्हेरीटर्स राइट एसोसिएशन मीरा, एनजीओ सार्थक और एनवायरनिक्स ट्रस्ट के तत्वाधान में यह परिचर्चा आयोजित की गई। जिसमें डीएमएफ के सोशल आडिट की आवश्यकता व उसके महत्व व प्रावधानों को लेकर चर्चा किया गया, जिसमें प्रमुख वक्ता के तौर पर सोनल तिवारी, एनवायरोनिक्स निशांत, अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय के हिमांशु उपाध्याय, श्रीधर, सार्थक से लक्ष्मी चौहान प्रमुख रूप से भूमिका रही। कोरबा के खान प्रभावित क्षेत्र की जमीनी हकीकत से रूबरू कराने के लिए सपुरन कुलदीप, अजय, अशोक, फिरतू, सुरेंद्र राठौर, प्रकाश, अजय श्रीवास्तव, सूर्यकांत सोलखे और अन्य उपस्थित रहे।

डीएमएफ को लेकर सरकार की भूमिका को लेकर भी बात हुई। बैठक में ये भी तय किया गया कि में एक कमेटी बनाई जाएगी, जो पूरे राज्य में डीएमफीटी के उपयोग की विस्तारपूर्वक पड़ताल करेगी और इसकी रिपोर्ट के साथ राज्य सरकार व एकाउंटेट जनरल के समक्ष शिकायत की जाएगी। लक्ष्मी चौहान ने कहा कि सार्थक संस्था के सर्वे में पाया गया कि खनिज न्यास की राशि का बहुत गलत तरीके से उपयोग किया जा रहा है। डीएमएफटी फंड की राशि से पार्किंग प्लेस, बड़े.बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर बनाए जा रहे हैं, लेकिन वास्तव में जहां इसका उपयोग जहां होना चाहिए वहां और प्रभावित क्षेत्रों के लिए नहीं हो रहा न ही उनको कोई और लाभ दिया जा रहा है। प्रोजेक्ट बनाने में ग्राम सभा से अनुमति भी नहीं ली जा रही है।

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