उप तहसील दीपका जिले का 11 वीं तहसील बनी, मिलेगी लोगों को राहत

कोरबा 2 सितम्बर। राजपत्र में प्रकाशन के साथ ही उप तहसील दीपका जिले का 11 वीं तहसील बन गई। इसकी सीमाएं भी तय कर दी गई है। दीपका तहसील में 16 पटवारी हल्के व 25 पंचायतों के 59 गांव शामिल हैं। पहले यह कटघोरा तहसील का हिस्सा था। अब लोगों को 15 से 20 किलोमीटर दूर कटघोरा जाना नहीं पड़ेगा। प्रदेश सरकार ने मार्च में ही दीपका को नई तहसील बनाने की घोषणा कर प्रक्रिया शुरू की थी। अब जाकर राजपत्र में प्रकाशन हो गया है, जो उप तहसील में शामिल थे, उन्हीं गांवों को शामिल किया गया है।

3 राजस्व निरीक्षक मंडल में शामिल 16 पटवारी हल्के नए तहसील में शामिल हुए हैं। पहले लोगों को छोटे-छोटे कामों के लिए कटघोरा तहसील जाना पड़ता था। इस परेशानी से अब लोगों को राहत मिलेगी। अब तक जिले में छह नई तहसील बन चुकी हैं। पहले करतला से अलग कर बरपाली को तहसील बनाई गई थी। कोरबा तहसील में शामिल अजगर बहार, कटघोरा में शामिल दर्री, पोड़ी उपरोड़ा में शामिल पसान और पाली में शामिल हरदीबाजार को पहले से ही तहसील का दर्जा मिल चुका है। कटघोरा ही एक ऐसा तहसील है जहां दो नई तहसील बनी हैं। दर्री पहले ही नई तहसील बन चुकी है। अब दीपका भी उससे अलग हो गई है।

दीपका तहसील के उत्तर में कटघोरा, दक्षिण में जांजगीर-चांपा जिले का बलौदा, पूर्व में दर्री और कोरबा, पश्चिम में हरदी बाजार तहसील की सीमा है। नगर निगम क्षेत्र के कुसमुंडा एरिया के गांव कोरबा तहसील में आते हैं। दीपका नई तहसील में नगर पालिका दीपका और एसईसीएल की गेवरा और दीपका खदान हैं। जमीन अधिग्रहण और कई मामलों को लेकर लोगों को कटघोरा जाना पड़ता था। बिरदा क्षेत्र के ग्रामीणों को तो 15 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती थी। राजपत्र में हुआ प्रकाशन नायब तहसीलदार वीरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि दीपका को नई तहसील बनाने राजपत्र में प्रकाशन कर दिया गया है। इसकी सीमाएं भी तय हो गई है।

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