एनएच 130 बी में अज्ञात वाहन की चपेट में आकर तीन गायों की मौत

कोरबा 21 अगस्त। अम्बिकापुर.बिलासपुर नेशनल हाईवे संख्या 130 बी पर अज्ञात वाहन ने 3 गायों को कुचल दिया। इस घटना से यहां नाराजगी है। इसी के साथ हाईवे पर होने वाली पेट्रोलिंग पर भी सवाल खड़े हो रहे है। पिछली रात तानाखार बस स्टैंड समीप किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से 3 गाय की मौके पर मौत हो गयी वहीं 3 गाय गभीर रूप से घायल हो गई। अज्ञात वाहन गाय को टक्कर मार कर भाग गया। इससे गंभीर घायल गाय हाईवे पर पड़ी रही।

सुबह जब इस मार्ग से गुजर रहे किसी महिला उच्च अधिकारी की गाड़ी जब इन घायल गायों को देखा तो अपनी गाड़ी रोककर कर आसपास के ग्रामीणों को तथा पुलिस प्रशासन को इसकी जानकारी दी। तब पुलिस प्रशासन कुछ लोग मौके पर पहुंचकर घायल गायों को देखा तो उनके द्वारा नजदीकी पशु चिकित्सक को इसकी जानकारी दी। चिकित्सक तत्काल मोके पर पहुंचकर घायल गायों का प्राथमिक उपचार कर घायल गायों को जिला पशु चिकित्सालय कोरबा भेज दिया। दुर्घटना के बाद मृत व घायल गायों के मालिक सामने नही आये। कि पूर्व में हाईवे पर घूमने वाली गायों को दुर्घटना से बचाने के लिए समाजिक संस्था लायन्स क्लब की ओर से गायों के गले में रेडियम की पट्टियां बांधी गई उसके बाद दुर्घटनाओं में कमी देखी गई थी।

छत्तीसगढ़ शासन की महतवर्ण योजना गौठान को लेकर प्रशासन द्वारा निरंतर प्रचार प्रसार किया जा रहा है लेकिन कोरबा जिले में गौठान योजना का सही ढंग से क्रियान्वयन होता नही दिख रहा है। यही वजह है कि आय दिन सड़क हादसे में बेजुबान जानवरों की मौत हो रही हैं। तानाखार में भी गौठान योजना संचालित है मगर उसके बावजूद दिन हो या रात गाय सड़क में देखने को सहज ही मिल जाएगी। जगह जगह झुंड बनाकर नेशनल हाईवे में बैठी रहती हैं गाय। गाय मालिक भी बेपरवाह इन बेजुबान जानवरों को खुला छोड़ देते है। दूध निकालने के बाद पालक छोड़ देते है सड़क पर कटघोरा नगर हो या ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर इन दिनों मवेशियों का जमघट लगा रहता है। बढ़ी संख्या में मवेशी सड़कों पर दिन.रात भटकते व बैठे रहते हैं। इस कारण कई बार आवागमन अवरुद्घ हो जाता है। मवेशियों के कारण वाहन चालकों का मार्ग से निकलना मुश्किल हो जाता है। इसको लेकर कई बार लोगों ने शिकायत की, लेकिन जिम्मेदार इस पर जरा भी ध्यान देने को तैयार नहीं है। इसके चलते नागरिक परेशानी उठाने को मजबूर हैं। क्षेत्र के पशुपालकों की गैर जिम्मेदारी व हठधर्मिता के कारण नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालत यह है कि पशुपालक गायों को भटकने के लिए खुला छोड़ देते हैं। इसके चलते बड़ी संख्या में गाय नगर की गलियों व बाजारों में दिनभर घूमती रहती हैं। मार्ग के बीच में ही कहीं भी बैठ जाती हैं। इस कारण मार्ग बाधित हो जाता है। वाहन चालक हार्न बजाते रहते हैं, लेकिन इन पशुओं पर इसका कोई असर नहीं होता है। कई बार ये पशु आपस में लड़ते भी हैं, जिसकी वजह से कई वाहनों को नुकसान हो जाता है। मार्ग से गुजरने वाले लोगों को घायल होने का डर रहता है। इसलिए दोषी मवेशी पालकों के खिलाफ भी उचित कार्रवाई की जरूरत महसूस की जा रही है।

Spread the word