भू-विस्थापितों के आंदोलन को गोंगपा पार्टी ने दिया समर्थन

कोरबा 7 जून। लंबित रोजगार मुआवजा, बसाहट, पुनर्वास ग्रामों की मूलभूत सुविधाएं समेत आठ सूत्रीय मांगों को लेकर भू-विस्थापितों द्वारा लगातार धरना दिया जा रहा है। स्थल पर पहुंच कर इस आंदोलन को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी कटघोरा इकाई ने अपना पूर्ण समर्थन व सहयोग की घोषणा की।   

भू-विस्थापितों द्वारा सात किलोमीटर आक्रोश रैली पदयात्रा दीपका के बस स्टैंड से निकाल कर प्रबंधन को आठ सूत्रीय मांगों की ज्ञापन सौंपा था। प्रबंधन ने दो दिन के भीतर मांग पूरी करने का आश्वासन दिया, पर सकारात्म पहल नहीं होने पर भू-विस्थापित उर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति के बैनर तले साउथ इस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड एसईसीएल, गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष धरना में बैठ गए। रोजाना स्थल पर काफी संख्या में भू-विस्थापित जुट रहे हैं। भू- विस्थापितो का कहना है कि गेवरा एरिया द्वारा अधिग्रहित व वर्तमान में दीपका एरिया को हस्तांतरित अमगांव के बसाहट स्थल के बड़े झाड़ की कटाई कर विकसित करने व आश्रित मोहल्लों जोकाहीडबरी दर्राखांचा रोहिदास मोहल्ला की रोके गए जमीन व परिसंपत्तियों का मुआवजा भुगतान किया जाना चाहिए। पिछले चार दिनों से लगातार भू-विस्थापित की उर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति की अगुवाई में अनवरत अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। सोमवार को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी कटघोरा इकाई ने अपना समर्थन देते हुए कहा कि एसईसीएल व प्रशासन से गेवरा, दीपका, कुसमुंडा व कोरबा परियोजना से प्रभावित ग्रामों के मूल निवासियों को उनके हक व अधिकारों के लिए सूत्रीय मांगों को न्याय दिलाने के लिए पहल की। उन्होंने कहा कि भू.-विस्थापितों को परेशान करना बंद करें। इस दौरान प्रमुख रुप से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के छवि पोर्ते, अनूप सिंह मरावी, रामखिलावन उईके, प्रभा पोर्ते, रामप्यारी ध्रुव, शत्रुघ्न सिंह पोर्ते, बसंत कोर्राम, मंगल सिंह, श्याम जयलाल खुरसेंगा एब्हुल सिंह कमरों, संजय कुमार पोर्ते, राजू उईके, नंदकुमार उईके, प्रकाश कोर्राम, ललित महिलांगे, राहुल जायसवाल, महतरीन बाई, वीर सिंह, संतोष चौहान, राजू यादव समेत अनेक आंदोलनकारी भू-विस्थापित उपस्थित रहे।   

प्रमुख मांगे

कलेक्टर द्वारा जारी निर्देश के अनुसार भू-विस्थापितों की समस्याओं को निराकृत करने। जमीन के एवज में दी जाने वाली रोजगार के पुराने मामले में अर्जन के बाद विभिन्न कारणों से रोके गए रोजगार के प्रकरणों में कार्रवाई करते हुए रोजगार देने। भू-विस्थापित परिवार के कामगारों को प्रताडि़त करना बंद करने।  रेल कारिडोर के कारण प्रभावित होने वाले परिवारों की परिसंपत्तियों, कब्रिस्तान का मुआवजा व अन्य सुविधाएं दिलाने। एएसआइ ने ट्रक ड्राइवर और पेट्रोल पंप कर्मियों से की मारपीट, वाहनों का कांच भी तोड़ा। पुनर्वास ग्रामों में बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने।

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