दांत उखाडऩे से आंखों पर कोई असर नहीं होता: डॉ. त्रिपाठी

एबीवीटीपीएस मड़वा में दंत रोग परीक्षण एवं जागरूकता शिविर आयोजित   

कोरबा 5 जून। अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह (एबीवीटीपीएस) मड़वा में दन्त रोग परीक्षण एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 40 व्यक्तियों का दंत परीक्षण एवं उन्हें परामर्श दिया गया। मल्टी-स्पेशिलिटी डेन्टल क्लीनिक 32-इन्टेक्ट, बिलासपुर के डॉ. सुधांशु त्रिपाठी ने कहा कि दांत उखाडऩे से आंखों पर कोई असर नहीं होता है। इसके साथ ही नजर कमजोर होने की बात एक मिथक है। इसके साथ ही सड़े हुए दांत से कोई कीड़ा नहीं निकलता। डॉ. त्रिपाठी द्वारा दांत के सामान्य रोग, उपचार के आधुनिक तकनीक बारे में विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम में मुख्य अभियंता एचएन कोसरिया द्वारा डॉ.सुधाशु त्रिपाठी का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। इस मौके पर अतिक्ति मुख्य अभियंता आलोक लकरा, रामजी सिंह, आरजी देवांगन व अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमआर स्नेही की गरिमामयी उपस्थिति रही।   

जागरूकता व्याख्यान में डॉ. सुधांशु त्रिपाठी द्वारा दांत में सडऩ का कारण, बचाव, खानपान में सावधानी, अच्छा टूथपेस्ट और उसकी उचित मात्रा में उपयोग, टूथब्रश की विधि को विस्तार से समझाया गया। डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि दांतों के उपचार में नए तरीके से सुन्न करना, दांत उखाडऩे की तकनीक का प्रयोग, रबर डैम के उपयोग से मसूड़े व गाल में उपचार के समय चोट व दर्द का कम होता है, इससे रूट कैनाल ट्रीटमेंट में परिणाम सही मिलता है। आजकल एक ही बार में सिंगल सिटिंग में करना संभव है।   

डॉ. त्रिपाठी द्वारा टेढ़े-मेढ़े दांतों का उपचार, दांतों के बीच दूरी  गैप कम करना, इम्पलांट के प्रकार एवं इसके लगवाने का सही समय की जानकारी भी दी गई। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अभियंता एचएन. कोसरिया द्वारा डॉ. त्रिपाठी को समृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अधीक्षण अभियंता टीके.नेताम, एसडी द्विवेदी एवं मुख्य रसायनज्ञ उत्तम चन्द्रवंशी उपस्थित रहे। शिविर के आयोजन में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. इन्दु साहू, डॉ. आरके. साहू, चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण कुमार पटेल, डॉ. विकेन्द्र सिंह और डॉ. पल्लवी साहू के साथ पैरामेडिकल स्टॉफ का भरपूर सहयोग किया। कार्यक्रम में मंच संचालन एवं आभार प्रदर्शन डॉ.इन्दु साहू द्वारा किया गया।

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