बनिया गांव में हाथियों ने मचाया उत्पात, मकान को किया क्षतिग्रस्त

कोरबा 2 जून। वनमंडल कटघोरा के केंदई, पसान एवं एतमानगर रेंज में बड़ी संख्या में हाथियों का दल विचरण कर रहा है। हाथियों ने बनिया गांव में कहर बरपाने के साथ कई तरह से नुकसान पहुंचाया। इस कड़ी में एक महिला का मकान ढहा दिया। हाथियों के कारनामे से इलाके में भय बना हुआ है।   

जानकारी के अनुसार हाथियों का यह दल दिन भर जंगल में रहने के बाद शाम होते ही पानी पीने व जलक्रीड़ा के लिए गांव में स्थित तालाबों एवं जल स्त्रोतों के आसपास मंडराते हैं। इन्हीं में से कुछ उत्पाती हाथी अलग होकर बस्ती तक पहुंच जाते हैं और लोगों के घरों एवं बाड़ी को निशाना बनाते हुए तोडफ़ोड़ कर देते हैं। ग्रामीणों द्वारा इसकी जानकारी वन विभाग तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों को देते हुए सुरक्षा की मांग करते हैं साथ ही समस्या की स्थाई समाधान के लिए आग्रह भी करते हैं लेकिन जिला प्रशासन तथा वन विभाग द्वारा समस्या से समाधान हेतु कोई विशेष कदम नहीं उठाया जा रहा है जिससे ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है जो कभी भी विस्फोटक रूप ले सकता है। पसान रेंज के बनिया गांव के आसपास आधा दर्जन हाथी मंडरा रहे हैं। इसी में से उत्पाती दंतैल बीती रात बस्ती में प्रवेश कर भारी उत्पात मचाया। इस दौरान दंतैल ने ग्रामीणों के बाड़ी को उजाड़ दिया। इतना ही नहीं रोशनी पति अरुण धोबी नामक महिला के मकान को निशाने पर लेते हुए पहले दरवाजा व दीवार को तोड़ दिया फिर घर में रखे अनाज व खाने-पीने की वस्तुओं को चट करने के बाद घरेलू सामानों को भी तहस-नहस कर दिया। हाथी के उत्पात से महिला को काफी चपत लगी है। जिस समय हाथी ने घर को तोड़ा रोशन व उसके परिवार के अन्य लोग सो रहे थे। सभी ने भागकर अपनी जान बचाई और गांव वालों क ो हाथी के पहुंचने तथा उत्पात की जानकारी दी। जिस पर ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचित किया। हाथी के बस्ती में प्रवेश करने व घर तोड़े जाने की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी हाथी मित्र दल के सदस्यों के साथ मौके पर पहुंचे और उत्पाती हाथियों को खदेडऩे की कार्रवाई की। वन अमला द्वारा खदेड़े जाने पर हाथी ने जंगल का रूख किया। तब लोगों ने राहत की सांस ली। आज सुबह होने पर वन विभाग के अधिकारियों द्वारा नुकसानी का रिपोर्ट तैयार किया गया। वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक हाथी के उत्पात से महिला को हजारों रुपए की क्षति पहुंची है। वन विभाग उसे क्षतिपूर्ति राशि प्रदान करेगा। इधर केंदई रेंज के लालपुर-परला क्षेत्र में 18 हाथी विचरण कर रहे हाथियों ने अभी कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है फिर भी अमला सक्रिय है और हाथियों की निगरानी करने के साथ ही क्षेत्र में मुनादी शुरू कर दी है। ग्रामीणों से जंगल न जाने की अपील की जा रही है।

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