सुरक्षित आवागमन के लिए बांस पर रेडियम का इंतजाम, नहर किनारे लगेंगे गार्डरेल

कोरबा 22 मई। सुरक्षित आवागमन के लिए जिले में काम करने की योजना तैयार की गई है। अलग-अलग स्तर पर इसमें काम होना है। तय किया गया है कि हसदेव नदी पर तैयार किये गए नए पुल से पहले नहर के समानांतर सड़क पर सुरक्षा के लिए बेहतर व्यवस्था की जाएगी। फिलहाल बांस पर रेडियम का इंतजाम किया गया है लेकिन यह अपर्याप्त माना जा रहा है। मौके पर स्टील के गार्डरेल लगाए जाएंगे। पखवाड़े भर के भीतर इस काम को कर लिया जाएगा।   

छत्तीसगढ़ सेतु निगम के द्वारा 22 करोड़ की लागत से हसदेव नदी पर राताखार के आगे पुल का निर्माण पांच वर्ष पहले कराया गया था जिस पर अब आवाजाही सामान्य हो गई है। दर्री क्षेत्र में हसदेव बरॉज पुल की दुर्दशा और उसे सुधार कार्य के लिए लोक निर्माण विभाग ने अगले आदेश तक के लिए बंद करा दिया है। ऐसे में किसी भी दिशा के लिए आना-जाना करने वाले वाहनों के द्वारा राताखार प्रगति नगर मार्ग का उपयोग किया जा रहा है। लंबे समय से नए पुल से कोरबा की तरफ वाले हिस्से की एप्रोच रोड समस्यामूलक बनी हुई थी। लगातार हो रही शिकायत और दबाव पडऩे के बाद जिला खनिज न्यास मद से इसका निर्माण करा लिया गया है। चकाचक सड़क बनने के कारण अब यहां वाहन फर्राटे भर रहे हैं। सड़क के दूसरी तरफ  हसदेव बांयी तट नहर मौजूद है। कई मौके पर यहां हादसे हो चुके हैं और आगे भी आशंका बनी हुई है। इसलिए सुरक्षा के वैकल्पिक प्रयास करते हुए लंबी दूरी में सड़क और नहर के किनारे पर बांस खड़े किये गए हैं और इस पर रेडियम लगाए गए हैं ताकि खासतौर पर रात्रिकाल में वाहन चालकों को मौके की जानकारी हो सके।

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