सीएमडी डॉ. मिश्रा ने किया दीपका खदान का औचक निरीक्षण

कोरबा 24 मार्च। चालू वित्तीय वर्ष में उत्पादन लक्ष्य के करीब पहुंच चुकी दीपका खदान का एसईसीएल की सीएमडी डा प्रेमसागर मिश्रा ने जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिया।   

साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएलद्ध की दीपका खदान को चालू वित्तीय वर्ष में 350 लाख टन कोयला उत्पादन करना है और खदान से अब तक 330 लाख टन से भी ज्यादा कोयला उत्पादन हो चुका है। लगभग 20 लाख टन कोयला उत्पादन करना शेष है। प्रबंधन की कोशिश है कि नौ दिन में उत्पादन कर 350 लाख टन का लक्ष्य हासिल किया। वर्तमान में खदान से प्रतिदिन डेढ लाख टन से ज्यादा उत्पादन हो रहा है। इसे बढ़ा कर दो लाख टन किया जाएगा। बुधवार की दोपहर एसईसीएल के सीएमडी डा प्रेमसागर मिश्रा दीपका खदान पहुंचे और उन्होंने व्यू प्वाइंट पैच खदान का उत्खनन क्षेत्र का निरीक्षण किया। इसके साथ ही मिट्टी निकासी ओबी बेंच में कुछ स्थल का जायजा लिया। तदुपरांत अधिकारियों से चर्चा की। वस्तुस्थिति के अवलोकन तथा टीम के साथ पड़ताल करने के उपरांत उन्होंने माइंस संचालन के लिए टीम को आवश्यक निर्देश भी दिया। इस मौके पर दीपका के महाप्रबंधक रंजन पी शाह समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।   

एसईसीएल की दीपका खदान की उत्पादन क्षमता 400 लाख टन 40 मिलियन टन करने के 23 मार्च को प्रस्तावित जनसुनवाई स्थगित कर दी गई। एसईसीएल द्वारा 1999-386 हेक्टेयर जमीन में खदान विस्तार किया जाना है। वर्तमान में खदान से 350 लाख टन कोयला उत्पादन हो रहा है। 400 लाख टन उत्पादन करने के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति लेने क्षेत्रीय पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा प्रगतिनगर दीपका में पर्यावरणीय जनसुनवाई आयोजित की गई थी। सुबह 11 बजे से आयोजित इस जनसुनवाई में क्षेत्र के लोग, जनप्रतिनिधि, खदान प्रभावित अपनी दावा. आपत्ति व सुझाव दिया जाना था। मंगलवार की शाम को छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल, रायपुर के सदस्य सचिव ने पत्र जारी कर कहा कि लोक सुनवाई कार्यालय कलेक्टर व जिला दंडाधिकारी के पत्र के परिपेक्ष्य में अपरिहार्य कारणों से आगामी आदेश तक स्थगित की जाती है। इसके साथ ही पर्यावरणीय जनसुनवाई स्थगित कर दी गई।

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