जिले में व्यवसाायिक शिक्षा मंडल के तत्वावधान में खाद्य निरीक्षक परीक्षा आयोजित

परीक्षार्थियों को हाना और जनऊला के प्रश्नों ने उलझाया

कोरबा 21 फरवरी। एक ठन रूख म तीन ठी साग, दगा कहूं के नहीं सगा, संत गुरू घासीदास का समाधि स्थल कहां है, जैसे छत्तीगढ़ी जनऊला हाना और संस्कृति से जुड़े प्रश्न खाद्य निरीक्षक परीक्षा में पूछे गए। छत्तीसगढ़ व्यवसाायिक शिक्षा मंडल के तत्वावधान में रविवार को आयोजित खाद्या निरीक्षक परीक्षा आयोजन के लिए जिले में 37 केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा में 10 हजार 600 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया था, जिनमें 1659 अनुपस्थित रहे।

परीक्षा आयोजन के लिए व्यापक तैयारी पहले से ही तय कर ली गई थी। एक पाली में आयोजित परीक्षा का समय सुबह 10 से 1.15 बजे निर्धारित किया गया था। प्रश्न पत्र में प्रश्नों की विविधता के साथ छत्तीसगढ़ी संस्कृति से जुड़े सवाल परीक्षार्थियों के लिए कौतूहल बना रहा। इनमें छत्तीसढ़ी संस्कृति से जुड़े सवालों में लोक संस्कृति की झलक देखने को मिली। लुरकी नामक जेवर कहां पहना जाता है, ओली भरना, सधौरी, छट्टी, कांके पिलाना जैसे सुमेलित करने वाले प्रश्न ने छत्तीसगढ़ की प्राचीन संस्कृति से रू.ब.रू कराया। प्रश्न पत्र को दो भागों में विभाजित किया गया था। जिसके पहले भागा में सामान्य ज्ञान से जुड़े प्रश्न पूछे गए थे। इनमें गणित, विज्ञान, भारतीय इतिहास, भूगोल, भारतीय अर्थ व्यवस्था, भारतीय संविधान एवं राज्य से संबंधित सामान्य जानकारी के प्रश्न शामिल थे। इसी खंड में समसायिक विषय से जुड़े सवालों को भी शामिल किया गया था। दूसरे भाग में आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 से जुड़े प्रश्नों के अलावा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013, छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण अधिनिय, समर्थन मूल्य में धान खरीदी, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अलावा कंप्यूटर ज्ञान से संबंधित प्रश्नों को हल करने में परीक्षार्थियों के लिए समय कम पड़ा। सुबह से आसान में बादल छाए, रहे। परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले बारिश होने के कारण परीक्षार्थियों को भीगते हुए केंद्र पहुंचना पड़ा। हालाकि दस मिनट बाद बारिश थम गई। तेज बारिश होने परीक्षार्थियों केे परीक्षा से वंचित होना पड़त सकता था। बहरहाल लगभग सभी केंद्रों में परीक्षार्थी समय पर पहुंचे। किसी भी केंद्र में परीक्षार्थियों को परीक्षा से वंचित नहीं होना पड़ा।

कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोविड नियम का पालन कराने खाद्य निरीक्षक परीक्षा के लिए 37 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। व्यापम द्वारा आयोजित परीक्षा के लिए इससे पहले इतनी अधिक संख्या में कभी केंद्र नहीं बनाए गए। केंद्रों में एक टेबल में एक परीक्षार्थी को बैठाया गया था। परीक्षा आयोजन के दौरान सुरक्षा की व्यापक तैयारी की गई थी, प्रत्येक केंद्र में जवान तैनात किए गए थे। नकल प्रकरण को रोकने के लिए चार उड़नदस्ता टीम गठित की गई थी। परीक्षा के सहायक नोडल अधिकारी एचआर मीरेंद्र ने बताया कि किसी भी केंद्र में नकल प्रकरण दर्ज नहीं किया गया है।

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