सड़क में मिला 50 हजार रुपये, एसईसीएल कर्मी ने ग्रामीण को किया वापस
कोरबा 25 नवम्बर। ईमानदार आज भी कायम है। इसका मिसाल तब देखने को मिला, जब दीपका में कार्यरत एसईसीएल कर्मी ने सड़क पर मिले 50 हजार, एटीएम व पासबुक को उसके मालिक को वापस लौटा दी। गुमी हुई राशि को पाकर हलकान ग्रामीण ने न केवल राहत की सांस ली, बल्कि एसईसीएल कर्मी की ईमानदारी से उसकी आंख भर आई।
घटना क्रम कुछ इस तरह है कि नेहरू नगर बतारी निवासी भुनेश्वर पिता दूजराम दीपका के यूनियन और स्टेट बैंक से रुपये निकालने पहुंचा था। राशि निकालने के बाद उसने पासबुक, एटीएम सहित नकद को गाड़ी की डिक्की में डाल दिया। घर पहुंचकर देखा तो उसकी डिक्की से नकद से पासबुक आदि गायब थे। रूपये गुम होने से भुनेश्वर के चेहरे से हवाईया उड़ने लगी। वह उल्टे पांव उसी मार्ग से होते हुए बैंक तक पहुंचा लेकिन राशि उसे कहीं नहीं मिली। दर असल वह राशि दीपका परियोजना के में पदस्थ इलेक्ट्रिशियन के हाथ लग गई थी। मदनमोहन ने बताया कि व अपने काम से जा रहा था इस दौरान उसने देखा कि रास्ते में किसी का पासबुक व एटीएम गिर गया था। बैग को उठा कर देखा तो 200 और 500 के नोट कुल 50 हजार का बंडल थे। रकम को देख वह हैरत में पड़ गया। मदन मोहन चाहता तो उक्त राशि को अपने पास रख सकता था। उसे समझते देर नहीं लगी कि कोई जरूरतमंद व्यक्ति बैंक से राशि निकाल कर ले जा रहा था। मदन मोहन ने बिना देरी किए इसकी सूचना पुलिस को दी। पासबुक में पता ठिकाना उल्लेख होने से भुवनेश्वर की इसकी जानकारी मिल गई। मोबाइल में संपर्क करने के बाद भुवनेश्वर ने मुलाकात की और राशि निकालने की जानकारी दी। राशि मिलने से भुवनेश्वर ने भी राहत की सांस ली। सकुशल राशि वापस मिलने पर उसकी आंखे भर आई। उसने मदन मोहन से कहा कि मैं आपके प्रति जितना भी आभार प्रकट करूं वह कम है।