त्यौहार में रहे सतर्कः कोरोना के केस बढ़े, बैंक प्रबंधक की हुई मौत

कोरबा 22 अगस्त। कोरोना की दूसरी लहर के बाद रक्षाबंधन के त्यौहार के लिए बाजार में भीड़ रही। ऐसा पहली बार हुआ जब लोग कोरोना संक्रमण के डर से इस तरह बाहर आकर खरीदी करने निकले। इस दौरान ज्यादातर लोग सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क की अनिवार्यता ही भूल गए, जबकि ऐसा नहीं है कि कोरोना संक्रमण पूरी तरह थम गया है।

शुक्रवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा केस कोरबा में ही मिले। वहीं कोरोना से बैंक प्रबंधक की मौत भी हुई है। रक्षाबंधन के त्यौहार को लेकर बाजार में अनिश्चिता का माहौल था कि कोरोना के चलते रौनकता रहेगी या नहीं। शुक्रवार-शनिवार को शहर समेत उपनगरीय व ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में भीड़ रही। शुक्रवार को प्रदेशभर में कोरबा जिले में ही सबसे ज्यादा 11 नए केस मिले। जबकि ज्यादातर जिलों में केस शून्य थे। जिन जिलों में केस थे भी तो वहां 5 के अंक तक सीमित थे। इसके अलावा शुक्रवार को ही कोरोना से बरपाली जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की प्रबंधक की मौत भी हुई। इससे पहले मानिकपुर क्षेत्र में 12 केस समेत जिले में एक ही दिन में 24 केस मिल चुके हैं।

बरपाली सहकारी केंद्रीय बैंक की प्रबंधक को 10-12 दिनों से सर्दी.खांसी था। जिसे वह अनदेखा कर ड्यूटी पर पहुंच रही थी। इन दिनों कृषि लोन व बोनस के चलते वे सभी से मिल रहीं थी। बाद में कोरोना टेस्ट कराने उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उन्हें एम्स रायपुर में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अब बैंक स्टाफ और प्रबंधक से मिलने वाले ग्राहकों में हड़कंप मचा है।

जिले में अब तक 54 हजार 624 केस मिल चुके हैं। जिसमें करीब 54 हजार संक्रमित ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। शनिवार की स्थिति में जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 69 है। जिसमें ज्यादातर संक्रमित होम आईसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे हैं। प्रदेश में बस्तर और जांजगीर-चांपा के बाद कोरबा में ही सर्वाधिक एक्टिव केस है। कोरबा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. वायडी बड़गईया के मुताबिक देश में अभी कोरोना संक्रमण पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। लगातार नए केस मिल रहे हैं। तीसरी लहर भी संभावित है। इसलिए अभी जिलेवासियों को संक्रमण से बचाव के लिए कोविड प्रोटोकॉल का नियमित रूप से पालन करना जरूरी है। त्यौहारी सीजन में बाजार में भीड़ अधिक रहती है।

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