किसान सभा व माकपा ने एसईसीएल सीएमडी का फूंका पुतला

कोरबा 30 जुलाई। एसईसीएल कोरबा एरिया अंतर्गत बलगी कोयला खदान प्रभावित क्षेत्र में भू-धसान के कारण जमीन खराब होने और फसल नुकसान की क्षतिपूर्ति की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ किसान सभा व माकपा ने एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

इसी कड़ी में गुरुवार को माकपा व छत्तीसगढ़ किसान सभा ने बारिश के बीच एसईसीएल सुराकछार कार्यालय गेट के सामने एसईसीएल के सीएमडी का पुतला जलाया और क्षतिपूर्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन व नारेबाजी की। इस दौरान जवाहर सिंह कंवर, दीपक साहू, जय कौशिक, महिपाल सिंह कंवर, गणेश राम चौहान, शत्रुघ्न दास, लखपत दास, हुसैन, नरेंद्र साहू, कृष्णा, सत्यपाल सिंह, जयपाल यादव, इंजोर सिंह, आनंद कुंवर, झूल बाई सहित अन्य उपस्थित रहे। संगठन का कहना है कि भू-धसान की वजह से सबसे ज्यादा किसानों की जमीन खराब हो गई है। पहले तो मुआवजा मिल रहा था। लेकिन पिछले कुछ वर्ष से मुआवजा देना भी बंद कर दिया गया है। इससे किसानों के समक्ष दोहरी समस्या खड़ी हो गई है। क्षतिपूर्ति की मांग को लेकर 2 दिन पहले प्रबंधन के अफसरों के साथ छत्तीसगढ़ किसान सभा व माकपा पदाधिकारियों की बैठक हुई थी। लेकिन, बैठक का कोई नतीजा नहीं आया था।

प्रबंधन के अधिकारियों ने मामले का निराकरण करने के लिए 10 दिन का समय मांगा था। दूसरी तरफ संगठन प्रबंधन के मौखिक आश्वासन पर संतुष्ट नहीं हुआ और ऐलान किया था कि जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा। तब तक 28 जुलाई के बाद हर दूसरे दिन एसईसीएल सीएमडी का पुतला जलाया जाएगा। इसके तहत गुरुवार को पुतला जलाया गया। माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा है कि प्रबंधन प्रभावित किसानों को गुमराह कर रहा है। उन्होंने कहा है कि यहां की फसल नुकसान का हर वर्ष मुआवजा देना एसईसीएल की जिम्मेदारी है। इसके बावजूद पिछले चार सालों से मुआवजा देने के काम को कार्यालयीन प्रक्रिया के नाम पर रोका जा रहा है। अब अगर 10 दिनों के अंदर किसानों का मुआवजा नहीं दिया गया तो वह खदान का काम रोकने के लिए मजबूर हो जाएंगे।

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