जिला मुख्यालय से 110 किलोमीटर दूर थाना पसान में जनमित्र अभियान के तहत लगाई गई पुलिस चौपाल

कोरबा 19 जुलाई। जिले के दूरस्थ ग्राम पसान में निवासरत ग्रामीणों में जागरूकता फैलाने पुलिस ने चौपाल लगाया। इस मौक पर एसडीओपी कटघोरा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामगोपाल करियारे ने अंधविश्वास, साइबर ठग, टोनही प्रथा, भावावेश और नशे के स्थिति में घटने वाले अपराध, महिलाओं, बच्चों, दिव्यांगों, वरिष्ठजनों, एससी-एसटी पर घटित होने वाले अपराधों के प्रति जागरूक किया। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि अगर किसी को मलेरिया-टाइफाइड हो जाए, तो बैगा-गुनिया नहीं, फौरन डाक्टर के पास जाएं। बीमार होने पर चिकित्सा व दवाइयों से ही राहत मिलती है।

पुलिस जन मित्र कार्यक्रम के तहत ग्राम पसान में आयोजित पुलिस चौपाल में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामगोपाल करियारे ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। इसके साथ ही उन्होंने थानों में दर्ज होने वाले सामान्य व गंभीर अपराधों और प्रतिबन्धक कार्यवाहियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में घटने वाली वित्तीय अपराधए चिटफंड और अन्य कंपनियों लोक लुभावने प्रलोभन और लालच देकर जनता की खून पसीने और गाढ़ी कमाई को ठगने के संबंध में आगाह करते हुए इससे दूर रहने व पुलिस को सूचना देने की समझाईश दी। इसके साथ ही व सर्प सांप के काटने पर झाड़फूंक में समय गंवाने के बजाय तत्काल अस्पताल जाकर इलाज कराने, कुत्ता काटने पर जड़ी बूटी के बजाय वैक्सीन लगवाने कहा। इस दौरान उन्होंने गांवो में पालतू पशु, पक्षियों की चोरी के संबंध में सतर्क किया। साथ ही शराब और अन्य नशे का सेवन कर कई प्रकार की घटित होने वाली अपराधों के बारे में विस्तृत रूप से बताते हुए शराव सेवन कर वाहन, आसपास का माहौल खराब करने वाले सख्त कार्रवाई करने की बात कही। उपस्थित ग्रामीणों ने पुलिस को जानकारी प्रदाय करने पर आभार व्यक्त किया। इस दौरान निरीक्षक पसान नवीन देवांगन एसडीओपी कार्यालय व थाना स्टाफ समेत जनपद उपाध्यक्ष, विभिन्न ग्रामों से आये हुए सरपंच, सचिव, पटेल, कोटवार, ग्राम प्रतिनिधि, महिलाएं, प्रबुद्धगण और आमजन अधिकाधिक संख्या में उपस्थित रहे।

मलेरिया, टाइफाइड आदि होने पर झाड़ फूंक टोना टोटका मान कर किसी महिला या पुरुष पर टोनही होने के संदेह में आपराधिक घटना को बताते हुए टोनही प्रताणना अधिनियम के बारे में विस्तार से समझाया। उल्लेखनीय है कि ग्रामीण और अरण्य क्षेत्रों में टोनही प्रताणना के कई मामले समय समय पर थाना में दर्ज हो रहे है इसके बाउजूद गांवों में अनजानवश किसी को भी टोनही होने के संदेह में गाली गलौज, मारपीट और गंभीर घटना को अंजाम दिया जाता है। इस अंधविश्वास और सामाजिक कुरीति को दूर करना अत्यंत आवश्यक है।

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