कटघोरा वन मंडल की जानकारी लीक

कोरबा 7 जून। कटघोरा वन मंडल एक बार फिर दो बाबुओं के कारण सुर्खियों में है.. दरअसल कटघोरा वन मंडल कार्यालय के व्यय शाखा मे पदस्थ बडे बाबु और और उसी शाखा मे पदस्थ दैनिक वेतन भोगी कम्प्यूटर आपरेटर सुभम जायसवाल की कारगुजारियों का चिठ्ठा खुलने के बाद विभाग मे हडकंप सा मच गया है। जब 03 जून 2021 को सुबह जडगा परिक्षेत्र के प्रभारी रेंजर सत्तु लाल जायसवाल को किसी ने वाट्सएप पर धमकी भरा मेसेज किया और रूपये की मांग की जिसके बाद प्रभारी रेंजर ने डीएफओ शमाँ फारूकी से मिलकर इसकी शिकायत की जिसके बाद मामले को डीएफओ ने तुरंत संज्ञान लेते हुये विभागीय बाबू से पुछताछ की व जांच टीम का गठन किया गया।

बताया जा रहा है की कटघोरा वनमंडल मे व्यय शाखा मे पदस्थ बाबू सुभम जायसवाल द्वारा विभाग की गोपनीय जानकारी को बाहार कर आरटीआई कार्यकर्ता को सभी जानकारी देता था 3 जिसके की जानकारी पर्दाफाश होने पर बडे बडे खुलासे हुये। साथ ही सुत्रों से मिली जानकारी अनुसार व्यय शाखा का बड़ा बाबू और कम्प्यूटर आपरेटर सुभम जायसवाल वनमंडल के अधिकतर निर्माण कार्य को ठेके मे लेकर ठेकेदारी कर रहे है व विगत दस वर्षों से कटघोरा वनमंडल के करोड़ों रूपये के निर्माण कार्य सप्लाई कर बड़ा खेल किये।

सूत्रों ने बताया की भ्रष्टाचार मे लिप्त दोनो बाबू के खिलाफ विभागीय जांच के साथ स्थानांतरण की कार्यवाही भी शुरू हो गई है। बताया जा रहा की विभागीय जानकारी को लीक कर वसुली का आधा हिस्सा बाबुओं को मिलता था इसी वजह से एक-एक कर रेंजरो ने अपना तबादला करा लिया जिसकी वजह से अब कटघोरा वन मंडल सिर्फ डिप्टी रेंजरो के भरोसे पर चल रहा है। वही पाली रेंज से भी जानकारी को लीक कर भयादोहन से इस आई पी योजना की जानकारी लिक करवा कर बाबुओं ने करीब दस लाख की वसुली की थी। मामले के उजागर होने के बाद से विभाग मे हडकंप मचा हुआ है।

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