9 महीने में 14 बार प्लाज्मा डोनेट कर शख्स ने रचा इतिहास, ‘इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में नाम दर्ज

पुणे 11 मई। महामारी काल में कई लोग बिना डरे, सतर्कता के साथ दूसरों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। ऐसे लोगों की हर छोटी-बड़ी कोशिश जरूरतमंदों की जिंदगी बचाने में काम आ रही है। इसी कड़ी में पुणे के अजय मुनोत ने तो कोरोना काल में कुछ इस तरह लोगों की जान बचाई कि उनका नाम “इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड” में दर्ज हो गया।

9 माह में 14 बार प्लाज्मा डोनेट

दरअसल, पुणे के अजय मुनोत ने बीते 9 माह में 14 बार प्लाज्मा डोनेट कर कई लोगों की जान बचाने का रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले इंग्लैंड के एक व्यक्ति ने 10 बार प्लाज्मा डोनेट किया था। बताना चाहेंगे, 50 वर्षीय अजय मुनोत ने 14 बार प्लाज्मा डोनेट कर अपना नाम “इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड” में दर्ज कराया है। अब जल्द ही 15 वीं बार प्लाज्मा डोनेट करने का उनका इरादा है।

जुलाई 2020 में हुए थे कोविड पॉजिटिव

अजय मुनोत जुलाई 2020 में कोरोना संक्रमित हुए थे। कोरोना से जंग जीतने के बाद उन्होंने अब तक 14 बार प्लाज्मा डोनेट कर 40 लोगों की जान बचाई है। आमतौर पर स्वस्थ आदमी 14 दिनों में एक बार प्लाज्मा डोनेट कर सकता है। बीते 9 महीनों में अजय ने 14 बार अपना प्लाज्मा दान किया है। उनका कहना है कि लोगों की सहायता करने की प्रेरणा उन्हें अपनी मां से मिली है। अजय की मां का ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव था। यह एक रेयर ब्लड ग्रुप है और उनकी मां अपना ब्लड डोनेट किया करती थीं। अपनी मां से प्रेरणा लेकर अजय निरंतर लोगों की सहायता कर रहे हैं।

कोरोना महामारी के चलते एक तरफ लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं, तो वहीं कुछ लोग जान दांव पर लगाकर दूसरों को नई जिंदगी देते दिखाई देते हैं। ऐसे परोपकारी लोगों की सूची में अब पुणे के अजय मुनोत का नाम भी शामिल हो चुका है।

गौरतलब हो, कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में प्लाज्मा की बड़ी अहमियत है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना से ठीक हुए लोग 14 दिन के बाद अपना प्लाज्मा डोनेट कर सकते हैं, जो किसी की जिंदगी बचाने के काम आ रहा है।

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