सभी अंत्योदय और बीपीएल परिवारों के सदस्यों का कोविड टीकाकरण करायेंगे राशन दुकान संचालक

सदस्यों की पहचान और राशनकार्ड आधारित टीकाकरण पर कलेक्टर ने दिए निर्देश, वर्चुअल बैठक में की समीक्षा

कोरबा 10 मई 2021। कोरबा जिले में सभी अंत्योदय और बीपीएल परिवारों के 18 से 44 वर्ष तक के सदस्यों का कोरोना टीकाकरण कराने के लिए सरकारी राशन दुकानों के संचालकों की भी सक्रिय मदद ली जायेगी। दोनों वर्गों के परिवारों की पहचान और राशनकार्ड के आधार पर कोविड टीकाकरण के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज वर्चुअल समीक्षा बैठक मंे जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने सभी शासकीय राशन दुकानों के संचालकों को 12 बजे तक दुकान से खाद्यान्न वितरण के बाद दोपहर एक बजे से टीकाकरण केंद्रों में पहुंचकर अंत्योदय और बीपीएल परिवारों के सदस्यों का टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने इसके साथ ही इन दोनों वर्गों के लोगों को टीकाकरण केंद्रों तक लाने के लिए जागरूकता अभियान भी गांव-गांव में चलाने के लिए कहा। वर्चुअल समीक्षा बैठक के दौरान जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त श्री एस.जयवर्धन, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया, सीएमएचओ डॅा. बी.बी.बोडे सहित सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, खंड चिकित्सा अधिकारी भी मौजूद रहे।
बैठक में कलेक्टर ने तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण को गंभीरता से लेने के निर्देश दिये। उन्होंने राज्य शासन के निर्देश अनुसार अंत्योदय, बीपीएल, एपीएल वर्ग के 18 वर्ष से अधिक और 44 वर्ष से कम उम्र के सदस्यों को टीका लगाने अलग-अलग काउंटर बनाने के लिए कहा। श्रीमती कौशल ने टीकाकरण के लिए जरूरी सभी व्यवस्थाएं, टीका लगाने वाले लोगों की पूरी जानकारी रखने के साथ-साथ वेक्सीनेटर कर्मियों की संख्या भी बढ़ाने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने आवश्यकता होने पर टीकाकरण के लिए मोबाइल टीम भी गठित करने को कहा। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने केंद्रों को आबंटित लक्ष्य अनुसार टीकाकरण के निर्देश जिला टीकाकरण अधिकारी को दिये। उन्होंने नये बनाये गये टीकाकरण केंद्रों पर लोगों के लिए छांव, पानी की भी व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देशित किया है कि किसी भी परिस्थिति में टीकाकरण केंद्रों पर भीड़ न हो और लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए टीकाकरण करायें। कलेक्टर ने केंद्रों पर सेनेटाईजर की भी व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री पद्माकर शिंदे ने बताया कि जिले के सभी 51 टीकाकरण केन्द्रों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। दो डोज के बीच निर्धारित समयावधि के बाद लोगों को दूसरा डोज लेने इन्हीं केन्द्र में आना होगा। टीकाकरण केन्द्रों में इससे संबंधित रजिस्टर भी रखे जा रहे हैं। श्री शिंदे ने बताया वैक्सीनेशन लगवाने वालों का रजिस्ट्रेशन और उन्हे दी जा रही वैक्सीन आदि की पूरी जानकारी इस रजिस्टर में दर्ज की जा रही है। जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि अंत्योदय कार्डधारी, बीपीएल कार्ड धारी व सामान्य वर्ग के लोगों का पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर टीकाकरण किया जा रहा है। अंत्योदय और बीपीएल श्रेणी के लोगों को टीकाकरण के लिए अपना राशनकार्ड साथ लाना होगा। टीकाकरण अधिकारी द्वारा राशनकार्ड की जांच के बाद ही पात्र हितग्राही को टीका लगाया जायेगा। राशन कार्ड का नंबर पंजीयन रजिस्टर में दर्ज होगा। एपीएल श्रेणी के लोग बिना राशनकार्ड दिखाये टीका लगवा सकेंगे परंतु उन्हे पहचान के लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड या ड्राईविंग लायसेंस साथ लाना होगा। एपीएल श्रेणी के हितग्राहियों के पहचान संबंधी रिकार्ड को भी रजिस्टर में दर्ज किया जायेगा जिसकी बाद में तैयार हो रही वेब साईट पर इंट्री की जायेगी।

साठ हजार से अधिक दवाई किट बनी, 59 हजार से अधिक मरीजों को वितरित

वर्चुअल बैठक में कलेक्टर ने कोरोना संक्रमित मरीजों और उनके संपर्क में आने वाले सभी लोगों को दवा वितरण की भी समीक्षा की। श्रीमती कौशल ने अब तक बनी दवाई की किटों, वितरित की गई किटों के साथ-साथ मरीजों और संपर्कित व्यक्तियों द्वारा दवा सेवन की भी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से ली। बैठक में बताया गया कि जिले में अभी तक 60 हजार 931 दवा किटें जिला पंचायत के संसाधन केंद्र में बनाई जा चुकी हैं। इनमें से 59 हजार 144 दवा किटों को जनपद पंचायतों और नगरीय निकायों के माध्यम से कोराना मरीजों तथा उनके संपर्क में आने वाले लोगों को सेवन के लिए वितरित किया गया है। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने दवा वितरण की पूरी सूची पंचायतवार, ग्रामवार संधारित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने जनपद स्तर पर दवाई वितरण सेल भी गठित करने के लिए कहा। श्रीमती कौशल ने निगरानी दलों के माध्यम से गांव स्तर पर कोविड मरीजों और संपर्कित लोगों को दवाएं देने के निर्देश दिए। उन्होंने निगरानी दलों के सदस्यों को दवा वितरण के बाद मरीजों द्वारा दवा सेवन करने की भी जानकारी रखने के निर्देश दिए।

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