कोरोना वायरस : व्यापार में मंदी का आलम
0 मुर्गी, अंडा के भाव गिरे किंतु निर्मित उत्पाद पहले के ही दर पर
कोरबा। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने और इससे होने वाली मौतों के बीच जहां लोगों में दहशत का आलम है वहीं दूसरी ओर व्यापार में भी मंदी छाने लगी है। स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि ऐसे सामान जिनका न तो चीन से कोई वास्ता है और न ही खाने-पीने से मतलब, उन सामानों की खरीदारी का बाजार तक ठंडा पड़ता जा रहा है। हर तरह के व्यापार कोरोना वायरस के हल्ला से प्रभावित होने लगे हैं।
गौरतलब है कि मुर्गियों में कोरोना वायरस का संक्रमण की खबर फैलने के बाद जहां पोल्ट्री व्यवसाय फिलहाल दम तोड़ता नजर आ रहा है वहीं मुर्गियों से निर्मित खाद्य उत्पाद पर आंशिक असर देखा जा रहा है। एक बड़ा वर्ग जहां मांसाहार से परहेज किए हुए है तो अधिकांश लोग अभी भी इसके सेवन से दूरी नहीं बनाए हैं। इधर होटलों, ढाबों में भी चिकन निर्मित खाद्य पदार्थों के दाम में लूट मचाई जा रही है जबकि इन दिनों मुर्गे-मुर्गियों का दाम काफी कम हो चुका है जबकि होटलों व ढाबों में कीमत पूर्व की तरह महंगी ही रखी गई है। अंडा का भाव 65-70 रुपए दर्जन से गिरकर 45 रुपए दर्जन पहुंच चुका है किंतु इससे निर्मित खाद्य उत्पादों के दाम ठेला-खोमचा से लेकर होटलों तक में कम नहीं किए गए हैं। कोरोना वायरस के मद्देनजर होटलों, ढाबों में स्वच्छता के मापदंडों का किसी तरह से पालन होता भी नहीं दिख रहा जबकि वर्तमान हालात को देखते हुए सख्ती बरतने की जरूरत बनी हुई है।
0 भ्रामक व अपुष्ट खबरों से बचे
शासन-प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी तरह के भ्रामक और अपुष्ट खबरों को सोशल मीडिया में वायरल न करें। अधिक जानकारी के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क करने के अलावा सरकार द्वारा प्रदेश भर में हेल्प लाइन नंबर जारी किए गए हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भ्रामक व अपुष्ट खबर को सोशल मीडिया में वायरल करने से बचें। हालांकि जिला प्रशासन ने भी साफ कर दिया है कि कोरबा जिले में अब तक किसी भी संदिग्ध मरीज की पहचान नहीं हुई है। दूसरी ओर सोशल मीडिया में अपुष्ट व भ्रामक पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जरूरत महसूस की जा रही है। इस ओर शासन-प्रशासन ने कड़ाई नहीं बरती है। कड़ाई बरतने पर संभवत: ऐसे फर्जी पोस्ट पर अंकुश लग सकता है।