कोरबा जिले में धान खरीदी में मनमानी, किसान मांग रहा न्याय

कोरबा 5 दिसम्बर। कोरबा जिले के पाली ब्लाक के ग्राम कोरबी धान खरीदी केंद्र में आजतक धान खरीदी नही हुआ है और राजस्व विभाग के अधिकारियों के कहने से हल्का पटवारी 48 कोरबी श्रीमती गीता पोर्ते के द्वारा 15 क्विंटल के जगह मात्र 12 क्विंटल के हिसाब से ही उत्पादन प्रमाण पत्र बनाया जा रहा है। जहाँ मेरे द्वारा हर साल 10एकड़ की खेती में 150 क्विंटल धान की बिक्री की जाती थी इस साल मात्र 8.92 एकड़ खेती में लगभग 133.600 क्विंटल धान का उत्पादन प्रमाण पत्र बनना था वहां मात्र 105 क्विंटल धान का उत्पादन प्रमाण पत्र जारी किया गया है और इतनी ही धान की बिक्री हो पाएगी।।
जबकि पटवारियों द्वारा फसल के समय गिरदावरी भी किया गया था। जहां एक एकड़ में धान की पैदावार 20 से 22 क्विंटल हो रहा है वही राज्य की कांग्रेस सरकार 15 क्विंटल प्रति एकड़ निर्धारित करके धान की खरीदी कर रही है उसमें भी राजस्व अधिकारियों द्वारा मनमानी पूर्ण रवैय्या अपना कर किसानों को नुकसान पहुचाया जा रहा है।

किसानों को बरगलाने वाले इन राजस्व विभाग केअधिकारियो/ पटवारी के द्वारा 12 क्विंटल के हिसाब से धान खरीदी का उत्पादन प्रमाण पत्र बनाया जा रहा है।उच्च अधिकारियों से सम्पर्क करने से भी कोई सहूलियत नही मिल रही है,हम कुछ नही कर सकते ऊपर से आदेश है करके अपना पल्ला झाड़ा जा रहा है। ऐसे में किसानों का आधा धान कौन खरीदेगा और आखिर किसान अपनी फरियाद लेकर किसके पास जाए ताकि किसानों का पाई पाई धान की सही कीमत उन्हें मिल सके। मेरा खुद का 45 क्विंटल धान नही बिक रहा है जिससे मैं अत्यंत ही पीड़ा दायक महसूस कर रहा हूं। कुछ उपाय हो तो बताए केदारनाथ अग्रवाल भैया जी मैं सदा से आपका आभारी रहूंगा।

आपका अपना लखनलाल राठौर

किसान/अधिवक्ता,कोरबी-हरदीबाजार

इस विषय में केदारनाथ से चर्चा हुई तो उन्होंने कहा की यह अत्याचार हमारे कोरबा जिला के किसान भाइयों के साथ क्यों? इस विषय को लेकर कोरबा जिलाधीश महोदय से मैं शिकायत करूंगा की कोरबा जिला के किसान भाइयों को किसी भी अधिकारियों के द्वारा किसी भी किसान से भेदभाव या अत्याचार नहीं करें एवं इस समस्या को जल्द से जल्द निराकरण करें।

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