थम गया शोर- शराबा, 11 फरवरी को शहर सरकार के लिए मतदान

कोरबा। नगरीय निकाय चुनाव को लेकर कोरबा में 11 फरवरी को मतदान किया जाएगा। इसके लिए कोरबा के 67 वार्डों में 297 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। केंद्रों पर 2 लाख 67 हजार 103 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

रविवार चुनाव प्रचार की अंतिम तिथि थी। सुबह से ही प्रत्याशियों के पोस्टर-बैनर और झंडे वार्डों में लहरा रहे थे। प्रचार गाड़ियों पर प्रत्याशियों ने अपना चुनाव चिन्ह और इससे जुड़ा झंडा बांध दिया था। अधिकतर वार्डों में प्रत्याशियों की ओर से रैली निकाली गई। रैली में प्रत्याशियों ने अपने शक्ति का प्रदर्शन किया और भीड़ को जुटाने के लिए काफी प्रयास किया। कुछ क्षेत्रों में प्रत्याशियों ने भीड़ को जुटाने के लिए भाड़े पर लोगों को भी घर से बाहर अपने कार्यक्रम स्थल पर बुलाया। वार्डों में रैलियां निकाली गई और इसमें शामिल लोगों को उनकी मेहताना प्रदान किया गया। कई जगहों पर महिलाएं बड़ी संख्या में अपने बच्चों के साथ शामिल हुई। पार्टियों की ओर से में आयोजित रैली में उनके समर्थकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उम्मीदवारों के पक्ष में नारे लगाए गए। रैली में प्रत्याशी भी शामिल हुए और उन्होंने अपने गले पर चुनाव चिन्ह वाला गमछा लगाया था। कई वाडों में तो प्रत्याशियों ने अपनी पार्टी और चुनाव चिन्ह से संबंधित टोपी भी लगाया हुआ था। हालांकि ये गमछा और टोपी उन लोगों के पास ज्यादा थे जो राजनीतिक दलों के निशान पर चुनाव लड़ रहे हैं। इस चुनावी समर में निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी खूब प्रचार-प्रसार किया। देर शाम तक अलग-अलग क्षेत्रों में प्रत्याशियों की ओर से नुक्कड़ सभाएं आयोजित की गई और वार्ड में रहने वाले लोगों को एक जगह एकत्र कर प्रत्याशियों ने अपनी प्राथमिकताएं बताई। मतदाताओं से कहा कि चुनाव में उन्हें जनता ने मौका दिया तो जीत के बाद वार्ड की हर समस्या को दूर करेंगे। जीत को सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने निवर्तमान पार्षदों पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्होंने अपने पांच साल के कार्यकाल में वार्ड में कार्य नहीं कराया। नाली, सड़क, स्ट्रीट लाइट के मुद्दों पर निवर्तमान पार्षदों को घेरा और उनकी तुलना में खुद को बेहतर बताया।

Spread the word