खनिज न्यास संस्थान से इंजीनियर और सरपंच ने 12 लाख निकालकर काम छोड़ा अधूरा

ग्रामीणों ने प्रशासन से कठोर कार्रवाई की मांग की

कोरबा 20 दिसम्बर। 1000 करोड़ से ज्यादा का बजट जिला खनिज न्यास का है। इसके माध्यम से प्राथमिकता के साथ जन आवश्यकताओं से संबंधित कामकाज किए जाने हैं। प्रशासन के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले प्रस्ताव स्वीकृत तो कर लिए जा रहे हैं लेकिन क्रियान्वयन के मामले में निगरानी की जरूरत नहीं समझी जा रही है। पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के बांगो में सोसाइटी भवन का निर्माण तब अधूरा है जब यहां के सरपंच और इंजीनियर ने 12 लाख की बड़ी राशि आहरित कर ली। इस योजना से ग्रामीणों को किसी प्रकार का लाभ नहीं मिला। लोग चाहते हैं कि प्रशासन कठोर कार्रवाई करे।

जानकारी के अनुसार पोड़ी उपरोड़ा विकास खंड के ग्राम पंचायत बांगो मे जिला खनिज न्यास संस्थान से 2018-19 में सोसाइटी भवन निर्माण के लिए 16 लाख की राशि स्वीकृति हुई थी। बांगो सरपंच धनकुंवर के कार्यकाल में ही निर्माण शुरू हुआ। वहीं कुछ राशि प्रथम किस्त मे आहरण की गई और फिर दूसरी किस्त आहरण की गई। बताया गया कि इस निर्माण कार्य के लिए कुल 12 लाख रूपये सरपंच ने इंजिनियर की मिलीभगत से आहरण कर लिए लेकिन भवन को अधूरा छोड़ दिया। इसलिए आज भी सोसाइटी जर्जर भवन मे संचालित हो रहि और ग्रामीणों कों लाभ नहीं मिल पा रहा है।

सूत्रों ने बताया कि ग्राम पंचायत बांगो के पंचों व ग्रामीणों ने प्रत्येक कार्यों के भौतिक सत्यापन करने की शिकायत की गई थी। अधिकारी जांच करने भी गए वहीं कई अनियमितता मिली। लेकिन इसे दबा दिया गया। जांच में पाया गया की अधूरा भवन होने पर भी अप्रत्याशित रूप से जिला खनिज न्यास मद से 12 लाख की राशि आहरित कर ली गई। यह मामला दर्शाता है कि कोरबा जिले में जिला खनिज न्यास की राशि का दुरुपयोग किस कदर से ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिनिधि और सिस्टम में बैठे लोग कर रहे हैं।

शायद यही कारण है कि हाल में ही सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि कोरबा सहित उन सभी जिलों में ऐसी ग्राम पंचायतों को जिला खनिज न्यास मद की राशि किसी भी काम के लिए नहीं दी जाएगी जहां पर गलत तरीके से कामकाज के चक्कर में रिकव्हरी की गई है। कोरबा जिले में भी ऐसी पंचायतों की संख्या काफी है। सबसे अधिक मामले पोड़ी उपरोड़ा से जुड़े हुए हैं। प्रशासन ने इसके लिए पंचायतों को नोटिस जारी किया है। पिछले दिनों इसे लेकर राजनीति तेज हुई कि जान-बूझकर गोंगपा समर्थकों को परेशान किया जा रहा है।

Spread the word