नियमितीकरण, मानदेय वृद्धि, पदोन्नति समेत इन मांगों को लेकर 8/11 को हड़ताल पर रहेंगे
कोरबा 07 नवम्बर। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओंध्सहायिकाओं के लंबित मांगों का निराकरण के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार 8 नवम्बर 2024, शुक्रवार को ऑंगनबाड़ी कर्मियों के द्वारा हड़ताल कर धरना प्रदर्शन किया जायेगा। इस सम्बन्ध में जिला प्रशासन को ज्ञापन के जरिये आईटीआई तानसेन चौक पर एक दिवसीय प्रदर्शन की सूचना दे दी गई है।
इस सम्बंध में छग आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की कोरबा जिलाध्यक्ष श्रीमती वीणा साहू ने बताया कि- आंगनबाड़ी केन्द्रों में कार्यरत हम मेहनतकश महिला कर्मियों को जो मूलभूत सुविधा और लाभ केन्द्र और राज्य सरकार से मिलनी चाहिये उस पर सरकार का ध्यानाकर्षण करने हेतु 8 नवम्बर 2024 को एक दिवसीय धरनाध् प्रदर्शन आयोजित करने ज्ञापन अधिकारी गजेन्द्र देव् सिंह और कोरबा एसडीएम सरोज कुमार महिलांगे को सौंपा गया है। सभी ब्लॉक स्तर पर भी आवेदन दिए गए हैं। प्रदेश के सभी जिलों में यह प्रदर्शन होगा।सभी केन्द्रों में गैस सिलेण्डर और चूल्हा प्रदान किया जावे और इसकी नियमित रिफिलिंग की व्यवस्था सुगम बनाया जाये।
महोदय, बढ़ते मंहगाई के इस दौर में हम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका आर्थिक रूप से, मानसिक रूप से परेशान हैं, विभागीय काम के अलावा भी कई सारे काम लिया जाता है जिसके कारण विभागीय काम में बाधा उत्पन्न होती है। आशा करते हैं कि मांगों का निराकरण करेंगे।
वर्षों से की जा रही हैं यह मांगेंः-
1 . नियमितीकरणः दृ पंचायती राज के अधीन छत्तीसगढ़ राज्य में पंचायत कर्मी, शिक्षा कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, पंचायत सचिवों जैसे मानसेवियों को सरकार नीति बनाकर उन्हें नियमित (शासकीय कर्मचारी) कर चुकी है, लेकिन हम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विगत 50 सालों से कार्यरत हैं लेकिन हम आज भी मानसेवी नहीं है। अनुरोध है कि सभी आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को नियमित करते हुये शासकीय कर्मचारी घोषित किया जावे।
2 .जीने लायक वेतनः- शासकीय कर्मचारी घोषित करने तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 21000/- और सहायिका को 17850/- जीने लायक वेतन स्वीकृत किया जाये। साथ ही वर्तमान में कार्यकर्ताओं को प्राप्त मानदेय 10000/- रूपये का 85 प्रतिशत राशि सहायिकाओं के लिये स्वीकत किया जाये।
सेवानिवृत्ति पश्चात पेंशन ग्रेज्युटी 35-40 वर्ष विभाग की सेवा करने के बाद भी बुढ़ापे के समय जीवन यापन हेतु न तो कोई पेंशन मिल रहा है और ना ही एकमुश्त राशि। कार्यकर्ता को 10000/- और सहायिका को 8000/- मासिक पेंशन और बुढ़ापे के शेष जीवन यापन के लिये कार्यकर्ता को 05 लाख रूपये और सहायिका को 04 लाख रूपये एकमुश्त ग्रेज्युटी राशि प्रदान किया जाये।
समूह बीमा योजना लागू करनाः भविष्य की सुरक्षा के लिये आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका को समूह बीमा योजना (ळप्ै) में जोड़ा जाये। इस हेतु नीति निर्धारण किया जाये।
अनुकम्पा नियुक्तिः- कार्यकर्ता सहायिका के आकस्मिक मृत्यु होने पर परिवार के एक सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति दिया जाये।
मंहगाई भत्ताः- मानदेय को मंहगाई भत्ता के साथ जोड़ा जाए, मंहगाई भत्ता स्वीकृत किया जावे।
पदोन्नति बाबत्ः वर्षों से अल्प मानदेय में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं को पदोन्नति के पद रिक्त होने के बाद भी 50 प्रतिशत का प्रतिबंध होने के कारण इन्हें इसका लाभ नहीं मिल रहा है। 50 प्रतिशत का बंधन को समाप्त किया जाए और कार्यकर्ता को बिना उम्र बंधन के वरिष्टता क्रम में बिना परीक्षा के सुपरवाइजर के रिक्त शत प्रतिशत पद पर लिया जावे। इसी तरह सहायिकाओं को भी 50 प्रतिशत के बंधन को समाप्त कर कार्यकर्ता के पद रिक्त होने पर शत प्रतिशत वरिष्टता क्रम में कार्यकर्ता के पद पर पदोन्नति किया जावे।
सभी केन्द्रों में गैस सिलेण्डर और चूल्हा प्रदान किया जावे और इसकी नियमित रिफिलिंग की व्यवस्था सुगम बनाया जाये।
महोदय, बढ़ते मंहगाई के इस दौर में हम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका आर्थिक रूप से, मानसिक रूप से परेशान हैं, विभागीय काम के अलावा भी कई सारे काम लिया जाता है जिसके कारण विभागीय काम में बाधा उत्पन्न होती है। आशा करते हैं कि मांगों का निराकरण करेंगे।