अरसिया में हाथियों ने मचाया उत्पातः फसल को नुकसान कर तोड़े मकान
कोरबा 04 नवम्बर। जिले के कटघोरा वन मंडल में हाथियों का आतंक लगातार जारी है। यहां के केंदई व एतमा नगर वनपरिक्षेत्र में 49 की संख्या में हाथी घूम रहे है। क्षेत्र में सक्रिय हाथियों के इस दल ने एक बार फिर रिहायशी क्षेत्र में पहुंचकर जमकर उत्पात मचाया है। जिससे ग्रामीण दहशत में है।
हाथियों का दल रात में अरसिया नामक गांव घूसकर वहां स्थित एक ग्रामीण के मकान को निशाना बनाते हुए ढहा दिया इतना ही नही हाथियों ने फसल भी रौंद डाली है। हाथियों द्वारा गांव में उत्पात मचाए जाने तथा मकान तोडने की सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और रात में हाथियों द्वारा किए गए नुकसानी का आकलन करने के साथ इसकी रिपोर्ट तैयार की जिसे वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपा जाएगा। वरिष्ठ अधिकारी इसे क्षतिपूर्ति स्वीकृत करने के लिए वनमण्डाला अधिकारी के समक्ष पेश करेगें। जानकारी के अनुसार हाथियों ने कटघोरा वन मंडल को अपना बरेरा बना लिया है। यहां हाथी लगातार मौजूद रह कर ग्रामीणों के साथ साथ वन विभाग के लिए दिक्कते पैदा कर रहे है। हाथियों का दल अब भोजन की तलाश में रिहायसी क्षेत्रों में पहुंचना शुरू कर दिया है। जिससे ग्रामीणों को खतरा और भी बढ़ गया है। वहीं वन अमले के समक्ष ग्रामीणों की सुरक्षा की चुनौती बन रही है।
इस बीच कोरबा वनमंडल अंतर्गत बालको वनपरिक्षेत्र के बेला क्षेत्र में एक लोनर हाथी के विचरण की खबर ने हडकंप मचा दिया है। स्थानीय निवासियों ने हाथी को कई बार क्षेत्र में घूमते देखा है, जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। वन विभाग की टीम को इसकी सूचना मिलते ही उन्होंने सतर्कता बढ़ा दी है और हाथी पर नजर रखी जा रही है।वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाथी संभवतः भोजन और पानी की तलाश में इस क्षेत्र में आया है। वे लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे हाथी के करीब न जाएं और सावधानी बरतें। इसके साथ ही वन विभाग की टीम हाथी की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए है और उसके सुरक्षित मार्ग की योजना तैयार कर रही है ताकि हाथी जंगल की ओर लौट सके।ग्रामीणों का कहना है कि हाथी के विचरण से उनकी फसलों को नुकसान पहुंचने का खतरा है, और जान-माल की सुरक्षा को लेकर वे चिंतित हैं। वन विभाग ने हाथी को सुरक्षित दूरी से ट्रैक करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए गश्त बढ़ा दी है।