डीपीएस एनटीपीसी कोरबा के छात्र अर्जुन अग्रवाल जूनियर केबीसी के हॉट सीट पर 04 नवंबर को होंगे उपस्थित


कोरबा 3 नवम्बर। दिल्ली पब्लिक स्कूल, एनटीपीसी कोरबा के छठी कक्षा के छात्र अर्जुन अग्रवाल, 4 नवंबर को रात 9 बजे बहुप्रतीक्षित टीवी शो जूनियर केबीसी के हॉट सीट पर दिखाई देंगे। अर्जुन को सदी के महानायक अमिताभ बच्चन द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब देने का अनोखा अवसर प्राप्त होगा, जो उसके युवा शैक्षणिक करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।

सिर्फ 11 वर्ष की आयु में, अर्जुन ने पहले से ही एक उत्कृष्ट छात्र और उभरते सितारे के रूप में अपनी पहचान बना ली है। उसने कड़ी प्रतिस्पर्धा में, जिसमें देश भर से 540 छात्रों ने भाग लिया, कठिन ग्राउंड ऑडिशन प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पास किया। उसकी मेहनत, दृढ़ संकल्प और मजबूत सामान्य ज्ञान ने उसे इस प्रतिष्ठित शो पर जगह दिलाई है।

अर्जुन, एनटीपीसी कोरबा के कर्मचारी मनीष अग्रवाल, डीजीएम (एमजीआर) और गृहिणी नेहा अग्रवाल का बेटा है, और हमेशा से एक उत्कृष्ट छात्र रहा है। “अर्जुन दृढ़ता और उत्कृष्टता का प्रतीक है,” उसकी माँ, नेहा अग्रवाल ने कहा। “हम हमेशा उसकी क्षमताओं पर विश्वास करते थे, और जूनियर केबीसी पर उसके प्रदर्शन का सपना सच होता देखना रोमांचक है।”अर्जुन की केबीसी मंच तक की यात्रा चुनौतियों से भरी थी। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करने के बाद, उसे मुंबई में आयोजित ग्राउंड ऑडिशन के लिए चुना गया, जहां उसने लिखित परीक्षा और साक्षात्कार में उत्कृष्टता हासिल की, चयनकर्ताओं को अपनी आत्मविश्वास और ज्ञान से प्रभावित किया।

शैक्षणिक उपलब्धियों के अलावा, अर्जुन एक ंअपक शतरंज खिलाड़ी है और बैडमिंटन खेलना पसंद करता है, जो उसकी बहुपरकारी प्रतिभाओं को दर्शाता है। उसका पसंदीदा विषय विज्ञान है, और उसे सीखने के प्रति उत्साह और जिज्ञासा के लिए जाना जाता है। अर्जुन का जूनियर केबीसी के लिए चयन कोरबा में गर्व की लहर को जन्म दिया है, जहां स्थानीय समुदाय, उसका स्कूल और एनटीपीसी प्रबंधन सभी उसकी इस उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं। यह अवसर न केवल अर्जुन की व्यक्तिगत प्रतिभा को उजागर करता है, बल्कि कोरबा को उभरते प्रतिभाओं का केंद्र भी बनाता है।

भारत भर के दर्शकों से अनुरोध है कि वे 4 नवंबर को जूनियर केबीसी में अर्जुन अग्रवाल की यात्रा देखने के लिए जनदमक रहें। शो में उसकी उपस्थिति मेहनत की ताकत और युवा मनों के सपनों को साकार करने का प्रमाण है।

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