कोरबा 28 अक्टूबर। दीपावली के पर्व एक दिन शेष रह गई है इस मौके पर पूजा पाठ के साथ साथ घर सजाने और एक दूसरे का मुंह मीठा कराने का प्रचलन काफी पुराना है. ऐसे में एक दूसरे को गिफ्ट के साथ मिठाइयां भी दी जाती हैं. ऐसे में मिठाई की डिमांड बढने पर बाजार में नकली मिठाइयों की खेप भी आ जाती है. मुनाफा कमाने के चक्कर में जालसाज बाजार में नकली और कैमिकल कलर वाली मिठाइयां बेचते हैं जो सेहत के लिए गंभीर खतरे पैदा कर सकती है. चलिए आपको बताते हैं कि नकली मिठाई शरीर को किस तरह से नुकसान पहुंचा सकती है।

संबंधित विभाग द्वारा कार्यवाही नहीं करने से दुकानदारों के हौसले बुलंद है दुकानदार त्योहार से पहले ही संबंधित विभाग को चढ़ावा चढ़ा दिए हैं यही वजह है कि विभाग द्वारा कार्यवाही नहीं किया जाता है और दुकानदारों को एवन पौने दामों पर नकली मिठाइयों को परोसा जाता है. आपको बता दें कि नकली मिठाई बनाने के लिए जालसाज खोए और दूध की जगह फर्टिलाइजर, आलू, आयोडीन, डिटर्जेंट, सिंथेटिक दूध, व्हाइटनर, चॉक, यूरिया और तरह तरह के केमिकल का यूज करते हैं. इतना ही नहीं मिठाई को सजाने के लिए चांदी के वर्क की जगह एल्यूमिनियम के वर्क का यूज किया जा रहा हैजो सेहत के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है.मिठाई में रंग के नाम पर केमिकल मिलाने, नकली मावा, नकली दूध और छेना के उपयोग से शरीर कई तरह के खतरों की जद में आ जाता है. ऐसी मिठाई के सेवन से ब्रेन कैंसर, मुंह का कैंसर, ल्यूकेमिया, किडनी के रोग,सांस संबंधी बीमारियां और कई तरह की एलर्जी होने की बात हेल्थ एक्सपर्ट करते हैं. कई जगह मिठाई में मिलावट करते वक्त उसमें स्टार्च और अनसैचुरेटेड फैट जैसी चीजें मिला दी जाती हैं जिन्हें खाकर शरीर का कोलेस्ट्रोल लेवल एकदम हाई हो जाता है और इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. मिठाई के ऊपर लगा एल्यूमिनियम वर्क पेट में जाकर दिमाग और हड्डियों को काफी नुकसान पहुंचाता है. इसके सेवन से बच्चों की किडनी पर बुरा असर पडने की बात कही जाती है।

Spread the word