दीपावली में जलाएं सैनिकों के नाम पर एक दीप @ नरेन्द्र मोदी

नई दिल्ली 25 अक्टूबर।  ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 70वें संस्करण की शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को विजयादशमी पर्व की बधाई देकर की. मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने देशवासियों से कहा कि दशहरा संकटों पर जीत का भी पर्व है. दशहरा असत्य पर सत्य की जीत का पर्व तो है ही, साथ ही ये त्योहार संकटों पर जीत का भी उत्सव है. इस दौरान पीएम मोदी ने लोगों से आग्रह किया कि वे कोरोना वायरस के इस संकट काल में संयम से काम लें. त्योहार का मौसम है. लोग खरीदारी करेंगे, आप खरीदारी के दौरान वोकल फॉर का संदेश जरूर याद रखें. साथ ही लोगों से स्थानीय और स्वदेशी सामानों खरीदने की अपील की. पीएम मोदी ने लोगों से एक बार फिर अपील की कि वे त्योहारों के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.

दिवाली में एक दीया सैनिकों के नाम जलाएं

पीएम ने देश के सैनिकों को विजयादशमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस बार दिवाली में एक दीया सीमा पर तैनात सैनिक के नाम जलाएं. उन्होंने कहा कि हमें अपने उन जांबाज सैनिकों को भी याद रखना है, जो, इन त्योहारों में भी सीमाओं पर डटे हैं, भारत माता की सेवा और सुरक्षा कर रहे हैं. हमें उनको याद करके ही अपने त्योहार मनाने है, हमें घर में एक दीया, भारत माता के इन वीर बेटे-बेटियों के सम्मान में भी जलाना है. मैं अपने वीर जवानों से भी कहना चाहता हूं कि आपर भले ही सीमा पर हैं, लेकिन पूरा देश आपके साथ है, आपके लिए कामना कर रहा है.

पीएम मोदी ने खादी पर डाला जोर

‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री मोदी ने खादी पर जोर डाला. और कहा कि खादी हमारी सादगी की पहचान रही है.  लेकिन हमारी खादी आज इको फ्रेंडली फैब्रिक के रूप में जानी जा रही है. ये बॉडी फ्रेंडली फैब्रिक भी है. मेक्सिको के शहर ओहाका का जिक्र करते हुए कहा कि वहां की खादी ओहाका खादी के नाम से प्रसिद्ध है. ओहाका का एक युवक मार्क ब्राउन गांधी जी से इतना प्रभावित हुआ कि वे मेक्सिको में जाकर खादी का काम शुरू करने लगे.

पीएम मोदी ने सरदार पटेल का किया जिक्र

पीएम मोदी ने लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करते हुए उनके सेंस ऑफ ह्युमर को याद किया. उन्होंने कहा कि जरा उस लौह पुरुष की छवि की कल्पना कीजिए जो राजे-रजवाड़ों से बात कर रहे थे और जन आंदोलन का प्रबंधन कर रहे थे. इन सब के बीच उनका सेंस ऑफ ह्युमर पूरे रंग में होता था. पीएम ने कहा कि हालात चाहे कितनों ही खराब क्यों न हो, लेकिन व्यक्ति को अपना सेंस ऑफ ह्युमर जिंदा रखना चाहिए.

बच्चों की पढ़ाई में पुलवामा की महत्वपूर्ण भूमिका

मन की बात में उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा की भूमिका की चर्चा करते हुए कहा कि पूरे देश को पढ़ाने में पुलवामा महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है. कश्मीर घाटी पूरे देश की करीब करीब 90 फीसदी पेंसिल स्लेट की मांग की पूरा करता है. और इसमें पुलवामा की हिस्सेदारी है. पीएम ने कहा कि एक समय में देश को पेंसिल की लकड़ी विदेशों से मंगानी पड़ती थी, लेकिन पुलवामा हमें इस मामले में आत्मनिर्भर बना रहा है.

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