वातावरण में बढ़ता प्रदूषण एवं मोबाइल का अत्यधिक उपयोग नेत्र रोगों में वृद्धि का प्रमुख कारण- डॉ.नागेंद्र शर्मा
कोरबा 07 अक्टूबर। लायन सेवा सप्ताह के अवसर पर 6 अक्टूबर 2024 रविवार को लायंस क्लब कोरबा एवरेस्ट, जगत फार्मा आई हॉस्पिटल दिल्ली, आयुष मेडिकल एसोसिएशन कोरबा एवं विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त तत्वाधान में श्री शिव औषधालय एमआईजी 20,आर.पी.नगर फेस 2 निहारिका कोरबा में आयोजित निशुल्क नेत्र रोगों एवं अन्य रोगों पर आयोजित आयुर्वेद चिकित्सा परामर्श एवं उपचार शिविर का शुभारंभ चिकित्सकों एवं शिविरार्थियों द्वारा भारतमाता एवं आयुर्वेद प्रवर्तक भगवान धनवन्तरी के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण कर तथा उनके समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
शिविर में मरीजों की जांच शुरू करने से पचले शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए नाड़ीवैद्य डॉ.नागेंद्र नारायण शर्मा ने बढ़ते प्रदूषण और मोबाइल का अत्यधिक उपयोग करने को नेत्र रोग बढ़ने का प्रमुख कारण बताया और हुए उनसे बचाव हेतु विशेष उपाय भी बतलाये। शिविर में निशुल्क चिकित्सकीय परामर्श अलावा मरीजों की ब्लड शुगर की निशुल्क जांच कर मधुमेह नियंत्रण एवं उससे मुक्ति के लिये परीक्षित औषधि भी निशुल्क प्रदान की गई।शिविर में सभी प्रकार के नेत्ररोग ग्लूकोमा, डाइबिटिक रेटिनोपैथी, कलर ब्लाइंडनेस, बार बार चश्मे का नंबर बढ़ना, घटना, मधुमेह, ब्लड प्रेशर, दमा, बवासीर, माइग्रेन, पथरी, सभी प्रकार के वातरोग,कफज रोग, पित्तज रोग , चर्मरोग तथा स्त्री पुरुष एवं बच्चों के सभी प्रकार के नए पुराने जटिल एवं असाध्य रोगों के 252 मरीज लाभान्वित हुए। शिविरार्थी अपने ही अंचल ऐसी चिकित्सा सुविधा पाकर तथा उनसे चिकित्सकीय परामर्श लेकर शिविरार्थियों ने अपने रोग से मुक्ति के प्रति सन्तुष्टता प्रकट करते हुए प्रसन्नता व्यक्त करते हुए चिकित्सक को एवं आयोजको को धन्यवाद एवं साधुवाद दिया। शिविर में चिकित्सक द्वय नाड़ीवैद्य डॉ.नागेन्द्र नारायण शर्मा तथा नाड़ीवैद्या डॉ.वागेश्वरी शर्मा, नेत्र सहायक अधिकारी बाल्को अजय पटेल, जगत फार्मा आई हॉस्पिटल दिल्ली से अजय शर्मा, रामप्रसाद, रिया यादव, चश्मा वाला से रत्ना कनेर, मनीषा शॉव, हाफिज, लायंस क्लब कोरबा एवरेस्ट के अध्यक्ष लायन शिव जायसवाल, कोषाध्यक्ष लायन गजेंद्र राठौड,लायन प्रत्युष सक्सेना, लायन कमल धारीया, लायन नेत्र नंदन साहू, लायन अश्विनी बुनकर, लायन सुधीर सक्सेना के अलावा श्री शिव औषधालय की संचालिका श्रीमती प्रतिभा शर्मा, चक्रपाणि पांडेय, तोरेंद्र ठाकुर, महेंद्र साहू, अजय भान, चंदन सिंह, देवबली कुंभकार, कमला कुंभकार, बबलु सोनी, वीरेंद्र सोनी, सिद्धराम शाहनी, राकेश इस्पात एवं नेहा कंवर ने विशेष रूप से उपस्थित होकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।