एचएमएस ने एरिया कार्यवाहक अध्यक्ष बृजलाल को हटाया

यूनियन स्तर पर अब तक की बड़ी कार्रवाई

कोरबा 02 अक्टूबर। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में ट्रेड यूनियनों का अलग-अलग कारण से अपना दबदबा है और इस बहाने श्रमिक राजनीति करने वालों के बहुत सारे काम आसानी से हो जाते हैं। कई कारण से श्रमिक पदाधिकारी यहां से वहां जाने को लेकर भी आमादा रहते हैं। कुसमुंडा क्षेत्र में एचएमएस के एरिया कार्यवाहक अध्यक्ष बृजलाल को अनुशासनहीनता के चक्कर में हटा दिया गया है। खबर यह भी है कि यहां से केंद्रीय सचिव सहित 38 लोगों ने सदस्यता से इस्तीफा दिया है। लेकिन इस प्रकार की खबरों के बारे में संगठन को सीधे तौर पर कोई पत्र नहीं मिला है।

कुसमुंडा क्षेत्र में अब तक का यह पहला ऐसा मामला है जिसमें ट्रेड यूनियन एचएमएस की ओर से फौरी तौर पर एक्शन लिया गया है। खबरों के मुताबिक एचएमएस में पिछले कुछ दिनों से ठीकठाक नहीं चल रहा है। इसके पीछे अलग-अलग कारणों की बात होती रही है लेकिन इसे पुष्ट नहीं किया गया। बताया गया कि ट्रेड यूनियन में कई ऐसे पहलू होते हैं जिसके चक्कर में प्रबंधन उन्हें महत्व देता है और उनके द्वारा आने वाले प्रस्तावों पर तुलनात्मक रूप से अध्ययन करने के साथ कार्रवाई करता है। सरकार की उपस्थिति भी इसमें एक हो सकती है, ऐसा जानकार बताते हैं। जबकि रणनीतिक रूप से भी कई मामले श्रमिक राजनीति को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। जानकारी के अनुसार हाल में ही कुसमुंडा क्षेत्र में उठापटक तेज हुई और इसके बीच केंद्रीय सचिव सहित 38 पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने प्राथमिक सदस्यता छोडने की बात भी कही। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इस तरह की जानकारी वायरल हुई। बड़े नेताओं के संज्ञान में यह मामला आया। मामला भले ही कुसमुंडा क्षेत्र का रहा हो लेकिन इसने अपनी व्यापकता न केवल कोरबा जिले बल्कि एसईसीएल कंपनी के क्षेत्राधिकार वाले सभी एरिया में पहुंचाई।

जानकारों का कहना है कि सूचना वायरल होने के बाद से न केवल हडकंप मची बल्कि कर्मचारियों व यूनियन में रूचि रखने वाले लोगों ने इसे कन्फर्म करने को लेकर जल्दबाजी दिखाई। वे जानना चाहते थे कि आखिर किस-किस ने दूरी बनाई और इसके पीछे क्या कुछ वजह रही। काफी प्रयास के बाद इस बारे में बहुत अधिक जानकारी हासिल नहीं हो सकी। लेकिन यह पता चला कि कुसमुंडा क्षेत्र में बहुत कुछ हुआ है और संगठन ने भी अपनी ओर से सख्ती दिखाई है। कुसमुंडा क्षेत्र में एचएमएस के एरिया कार्यवाहक अध्यक्ष बृजलाल पनिका को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। संगठन विरोधी गतिविधियों में वे काफी समय से शामिल थे। कई प्रकार की सूचनाएं उनके द्वारा प्रसारित की जा रही थी। संगठन ने उन्हें जेसीसी का सदस्य भी बनाया था। एक तरह से उनका पद भले ही कार्यवाहक का था लेकिन अधिकांश काम उनके द्वारा ही किए जा रहे थे। पता चला था कि वे दूसरे संगठन में जाने की तैयारी कर रहे हैं इसलिए हमने मामले को गंभीरता से लिया और अपने स्तर पर निर्णय लिया। जहां तक बड़ी संख्या में पदाधिकारियों के इस्तीफे का सवाल है, किसी का भी इस्तीफा हमारे पास नहीं पहुंचा है।

केंद्रीय सचिव सहित 38 पदाधिकारियों के द्वारा पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की बात सोशल मीडिया तक सीमित है। मेरे पर किसी का कोई इस्तीफा नहीं पहुंचा है। अन्य व्यक्ति ने फोन के माध्यम से मुझे इस बारे में जानकारी दी है। एसईसीएल के साथ-साथ अन्य पब्लिक सेक्टर में ट्रेड यूनियन सक्रिय हैं और वे भिन्न-भिन्न क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारी तय करते हैं। बिजली सेक्टर को छोड़ दिया जाए तो खासतौर पर कोल सेक्टर में यूनियनें हर समय हावी रही हैं और समय के साथ हावी हो रही है। ट्रेड यूनियनों को मान्यता और सदस्यता की स्थिति के आधार पर उन्हें भाव मिलता है। ऐसे में हर कोई अपने वजन को दिखाना चाहत है ताकि अधिकतम वर्चस्व कायम रह सके। बताया जाता है कि प्रभावशाली कर्मियों को यूनियनें वेलफेयर, सेफ्टी, जेसीसी और अन्य समितियों में सदस्य बनाती है। भिन्न-भिन्न स्तर पर होने वाले दौरे, निरीक्षण के मामले में इनकी रिपोर्ट और सुझाव मायने रखते हैं। एरिया और कंपनी स्तर पर भी पूछपरख होती है। ऐसे में हर कोई महत्वाकांक्षी हो ही जाता है।

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