स्व. अटल को दी गई अश्रुपूरित श्रद्धांजलि

कोरबा। लोगों के दिलों में राज करने वाले ओजस्वी कवि, प्रखर वक्ता एवं देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटलबिहारी वाजपेयी के निधन से देशवासी शोक में डूब गए हैं। अटलबिहारी वाजपेयी का चले जाना अपूरणीय क्षति है। उनकी जगह कोई नहीं ले सकता। उनके निधन से भाजपा सहित अन्य राजनीतिक दल, विभिन्न संगठनों व आमजनों में शोक का वातावरण है। स्व. अटलबिहारी को श्रद्धांजलि देने जनसैलाब देशभर में उमड़ा रहा है। इसी कड़ी में कोरबा में भी स्व. वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए जिला भाजपा द्वारा श्रद्धांजलि पदयात्रा उपरांत श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न दलों के नेताओं, चेंबर ऑफ कॉमर्स सहित संगठनों के पदाधिकारी व आमजनों ने अपने रियल हीरो को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। भाजपा कार्यालय टीपी नगर से दोपहर 1 बजे श्रद्धांजलि पदयात्रा निकाली गई। श्रद्धांजलि पदयात्रा पुराना बस स्टैंड तक पहुंची। जहां श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर स्व. वाजपेयी के तैल्य चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। कोरबा में भी स्व. वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा था। श्रद्धांजलि सभा में सांसद डॉ. बंशीलाल महतो, संसदीय सचिव लखन लाल देवांगन, भाजपा जिला अध्यक्ष अशोक चावलानी, पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर, जोगेश लांबा, श्यामलाल मरावी, गोपाल मोदी, रूकमणी नायर, डॉ. हरिकांति दुबे, सतीश झा, प्रफुल तिवारी सहित अन्य नेतागण मौजूद थे।

स्व. अटल का जाना किसी व्यक्तित्व का नहीं बल्कि एक पूरे युग की समाप्ति: चावलानी
पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक चावलानी ने कहा कि यह हर भारतवासी के लिए मुश्किल का क्षण है। हमने सिर्फ अपना नेता ही नहीं बल्कि अपना अभिभावक खो दिया है। छत्तीसगढ़ की परिकल्पना और नवप्रदेश के निर्माण की संकल्पना के लिए छत्तीसगढ़ का हर नागरिक उनका कृतज्ञ है। ये किसी व्यक्तित्व का नहीं बल्कि एक पूरे युग की समाप्ति है। यह हम सब के लिए ये दुखदायी क्षण है। देश ने एक करिश्माई व्यक्तित्व को खो दिया है। विरले राजनेता, प्रखर वक्ता व कवि अटल बिहारी वाजपेयी का संपूर्ण व्यक्तित्व देश के राजनीतिक इतिहास में शिखर पुरुष के रूप में दर्ज है। अटल जी देश के ओजस्वी वक्ता एवं मुधुरभाषी, सादगी पसन्द थे। लोकसभा में पक्ष-विपक्ष के सभी सदस्य उनके भाषण को अनंत ध्यान से शांतिपूर्वक सुनते थे। उनके निधन से राष्ट्र को अपूर्णनीय क्षति हुई है। देश ने अपना एक महान नेता खो दिया है। दलगत भावना से उपर उठ कर काम करते थे। स्व. वाजपेयी सभी को साथ लेकर चलते थे। उन्होंने दलगत भावना से ऊपर उठ कर बिना किसी रागद्वेष से काम किया। देश में उनकी विशिष्ट पहचान थी। भाजपा में उनके जैसा कोई नेता नहीं है।

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