लायंस क्लब ऑफ कोरबा द्वारा किया गया गाजर घास का विनिष्टिकरण

कोरबा 15 अगस्त। लायंस क्लब ऑफ  कोरबा द्वारा लायंस उद्यान कोरबा में कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण, मानव और मूक पशुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर गाजर घास की विनिष्टिकरण किया गया।  
गाजर घास जिसका वैज्ञानिक नाम पारथेनियम हिस्ट्रोफोरस है। जो एक विनाशकारी घास है। ये सब खरपतवारों में सबसे विनाशकारी खरपतवार हैं। ये कई तरह की समस्याऐं पैदा करता हैं। इसकी वजह से फसलों की पैदावार 30 से 40 प्रतिशत कम हो जाती हैं। इस खरपतवार मे ऐस्क्युटरपिन लेक्टोन नामक विषाक्त पदार्थ पाया जाता हैं, जो फसलों की अंकुरण क्षमता व बढ़वार पर विपरीत असर डालता हैं। गाजरघास फसलों के अलावा मनुष्यों व पशुओं के लिये भी गम्भीर समस्या है। इस खरपतवार के सम्पर्क में आने से डरमेटाइटिस, एग्जिमा, एलर्जी, बुखार, दमा व नजला जैसी घातक बीमारियाँ हो जाती हैं। इसे खाने से पशुओं में भी अनेक रोग हो जाते हैं। 
इस खरपतवार को फूल आने से पहले उखाड़ कर जला देना चाहिये। ताकि इसके बीज न बन पायें व न ही फैल पायें। खरपतवार को उखाड़ते समय दस्ताने व सुरक्षात्मक कपड़ों का प्रयोग करना चाहिये। अनउपजाऊ भूमि पर उगी गाजर घास के ऊपर 20 प्रतिशत साधारण नमक का घोल बनाकर छिड़काव करके भी इसे नष्ट किया जा सकता है। पर्यावरण व मानव को खरपतवार गाजर घास से होने वाले नुकसान से बचाव के तहत सफाई  कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर लायन जयप्रकाश अग्रवाल, अध्यक्ष ला सत्येंद्र वासन, सचिव मीना सिंह, कोषाध्यक्ष सुभाष अग्रवाल (आर पी), कैबिनेट सचिव कामायनी दुबे, डिस्ट्रिक्ट हेड क्वार्टर राजकुमार अग्रवाल (श्वेता), डिस्ट्रिक्ट कोषाध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल (उत्सव), नन्दकिशोर अग्रवाल, बृजमोहन शर्मा, भोजराम राजवाड़े ने उपस्थिति देकर कार्यक्रम को सफल बनाया।
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