विश्व क्षय रोग जागरुकता दिवस, स्वास्थ्य विभाग ने रैली निकालकर दिया सतर्क रहने का संदेश
कोरबा 24 मार्च। कोविड-19 महामारी से जूझ रही आबादी को वैक्सीनेशन और बूस्टर डोज देने के साथ सुरक्षा घेरा प्रदान किया गया है। इसी के साथ हालात को नियंत्रित करने की कोशिश की गई। इससे हटकर समस्याएं और भी हैं। संक्रमण की वजह से होने वाली टीबी या तपेदिक की बीमारी बड़ी दिक्कत है। जिसकी चपेट में कोरबा जिले के काफी लोग आए हुए हैं। अब तक के अनुसंधान में 1261 लोग टीबी पॉजिटिव पाए गए हैं। इन्हें ठीक करने के लिए कोशिशें जारी हैं।
विश्व क्षय रोग जागरुकता दिवस के अवसर पर कोरबा में स्वास्थ्य विभाग ने कार्यक्रम किया और लोगों को सतर्क रहने का संदेश दिया। रैली में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ नर्सिंग प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे वर्ग ने भी उपस्थिति दर्ज कराई। ओपन थिएटर से जिला अस्पताल तक निकाली गई रैली में ये लोग हाथों में पोस्टर के साथ नजर आए। इनमें बीमारी के लक्षणए कारणए निवारण और समाधान की जानकारी दी गई। नारे लगाकर भी लोगों को जगाने का प्रयास किया गया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी इस रैली में भागीदारी की। भ्रमण मार्ग पर लोगों का ध्यानाकर्षण इस रैली के जरिए किया गया। कोतूहलवश नागरिकों ने रैली को गंभीरता से लेने के साथ इसके निहितार्थ को समझने की कोशिश की। समापन मौके पर वक्ताओं ने आज के दिवस की महत्ता और इसके पीछे के उद्देश्य को स्पष्ट किया।
क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के जिला अधिकारी डॉ.जी एस जात्रा ने बताया कि अभियान के अंतर्गत 7500 लोगों का परीक्षण किया गया। इनमें से 1261 पॉजिटिव पाये गए। इन्हें लक्ष्यित करने के साथ उपचार दिया जा रहा है। 6 महीने का विशेष उपचार इस कड़ी में शामिल है। इसी के साथ एक्स.रे से लेकर कई जांचें शामिल की गई है। लेबल थ्री के अंतर्गत एक भी पॉजिटिव मामला सामने आने पर उसके संपर्क में आने वाले सभी लोगों को 6 महीने तक अतिरिक्त सावधानी के तौर पर दवाएं देने की व्यवस्था की गई है।