बैंक में नौकरी लगाने का वादा कर नौ लाख की धोखाधड़ी
कोरबा 8 जनवरी। बांकीमोंगरा थाना क्षेत्रांतर्गत बांकी साइड एसईसीएल कालोनी का रहने वाला गोविंद सिंह पिता काशीप्रसाद सिंह 31 वर्ष स्टेट बैंक आफ इंडिया के खातेदारों के लिए क्रेडिट कार्ड की बिक्री करता है। स्टेट बैंक के बांकीमोंगरा शाखा में उसका खाता है। गोविंद ने पुलिस के बताया कि एक दिन उसके मोबाइल में काल आया। कालर ने बैंक में नौकरी लगाने का वादा किया। गोविंद उसके झांसे में आ गया और उसने सहमति जता दी। कालर को गोविंद ने अपना मोबाइल नंबर व इ. मेल एड्रेस भेज दिया।
28 दिसंबर को उसके मेल आईडी में बंधन बैंक की ओर से जाब इंटरव्यू के लिए एक लिंक मैसेज भेजा गया। लिंक में क्लिक करने पर 100 रुपए आइलाइन यूपीआइ ट्रांसफर का विकल्प दिया जिसमें 100 रुपए जमा करने के बाद उसे फोन कर रकम प्राप्त होने की सूचना दी गई और तीन चार दिन बाद कोरबा क्षेत्र में होने वाले इंटरव्यू की जानकारी देने की बात कही गई। तीन जनवरी को गोविंद ने उक्त नंबर पर फोन कर चर्चा किया। तब उसे इंटरव्यू लोकेशन की जानकारी देने टीपी नगर में एक्सिस बैंक के सामने हरे रंग की जैकेट पहने आदमी से जाकर मिलने के लिए कहा गया। दोपहर करीब एक बजे गोविंद एक्सिस बैंक के सामने उक्त व्यक्ति से मिला, तब उसने सामने वाले से बात कराने के लिए कहा। गोविंद ने अपने मोबाइल से उपरोक्त मोबाइल नंबर को डायल कर बात करने के लिए दिया। इस बीच हरे रंग की जैकेट वाला व्यक्ति फोन लेकर बात करते गायब हो गया। जब वह नहीं दिखा, तब गोविंद ने उसकी तलाश की, पर वह नहीं मिला। शाम पांच बजे रुपयों की जरूरत होने पर गोविंद ने एटीएम से आहरण करना चाहा तो पता चला कि उसके बांकीमोंगरा स्थित एसबीआई शाखा में संचालित खाता में जमा एफडी छह लाख 25 हजार रुपए को तोड़ कर कुल 12 किश्तों में चार लाख 38 हजार 125 रुपए यूपीआइ, पाश मशीन, पे.यू आदि में आनलाइन ट्रांसजेक्शन कर लिया गया। अज्ञात व्यक्ति ने फर्जी तरीके से एफडी खाते से गोविंद के नाम पर चार लाख 68 हजार 750 रुपए का ओडी लोन बैंक से प्राप्त किया और उक्त रकम को एक लाख रुपये पे.यू में एक लाख 47 हजार 850 रुपए एवेन्यूस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, दो लाख व 20 हजार 850 रुपए किसी अन्य को ट्रांसफर किया। इतना ही नहीं गोविंद के एफडी के बदले ओडी लोन लेकर अन्य खाता में आनलाइन ट्रांसफर भी कर लिया। इस तरह अज्ञात व्यक्ति ने नौ लाख 15 हजार 875 रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया। ठगे जाने की जानकारी होने पर गोविंद ने मामले की रिपोर्ट पुलिस ने दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ धारा 420 भादवि के तहत मामला कायम कर विवेचना में लिया है।