मारवाड़ी युवा मंच ने मासूम के चेहरे पर लौटाई मुस्कान

कोरबा 3 अप्रैल। खुशियां बांटने के अवसर तो हर कोई खोजता है, पर किसी के दुख को खुशी में बदलने वाले कम ही मिलते हैं। एक ऐसे ही मासूम के जीवन में उस वक्त दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, जब किसी क्रीम के रिएक्शन से उसके शरीर की 50 प्रतिशत त्वचा बुरी तरह झुलस गई। पिता का साया पहले ही सर से उठ चुका है और आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं कि महंगे इलाज का बोझ मां उठा पाती। ऐसे में ईश्वर के दूत बनकर आए मनीष ने इस बच्चे के इलाज का पूरा खर्च उठाया और गुम हो चुकी उसके चेहरे की मुस्कान लौटाई।

मात्र चार साल का भोला दीपका के पास स्थित ग्राम नोन बिर्रा गांव का रहने वाला है। उसके, पिता नहीं है और लालन-पालन की सारी जिम्मेदारी मां पर है। दो माह पहले बच्चे की त्वचा पर कोई क्रीम लगाने से उसका पीठ, पैर व जांघ की त्वचा खराब हो गई। शरीर का लगभग 50 प्रतिशत भाग जल गया। एक तरह से उखड़ चुकी चमड़ी के दर्द से कराहते भोला की हालत महसूस कर पाना संभव नहीं था। वह रो-रोकर बेहाल था और उसकी यह हालत देखकर मां के आंसू भी नहीं रुक रहे थे। भोला को इलाज के लिए कोसाबाड़ी स्थित कृष्णा हास्पिटल में भर्ती कराया गया। शिशु रोग विशेषज्ञ डा.विशाल उपाध्याय ने उपचार शुरू तो कर दिया पर उसके मर्ज को ठीक करने की महंगी प्रक्रिया और परिवार की आर्थिक स्थिति को देखकर वे भी चिंतित थे। इस बीच भोला और उसके परिवार की इस स्थिति की सूचना मारवाड़ी युवा मंच दर्री-जमनीपाली के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल को मिली। परिजनों से संपर्क होने पर पता चला कि उन्हें किसी ऐसे ही मददगार की प्रतीक्षा थी। मनीष ने बच्चे की हालत देख एक पल भी सोचने में न गंवाया और डा उपाध्याय से भेंटकर भोजना के उपचार का सारा खर्च अपने सर ले लिया। दो माह के उपचार के बाद शुक्रवार को भोला पूरी तरह से ठीक हो गया और उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

Spread the word