वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय चन्दूलाल चन्द्राकर को, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जयंती पर याद किया
रायपुर 2 जनवरी। पूर्व लोकसभा सांसद, केन्द्रीय मंत्री और निर्भीक पत्रकार चन्दूलाल चन्द्राकर की जयंती के अवसर पर शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें नमन किया. उनके अमूल्य योगदान को याद करते हुए सी एम भूपेश ने कहा- चंदूलाल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण सर्व दलीय मंच के अध्यक्ष के रूप में राज्य आंदोलन को नई शक्ति प्रदान की. राजनीति के पूर्व वे सक्रिय पत्रकारिता से जुड़े. पत्रकार के रूप में उन्होंने खूब ख्याति अर्जित की.
उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ से राष्ट्रीय समाचार पत्र के संपादक पद पर पहुंचने वाले वे प्रथम व्यक्ति थे. उन्होंने लोकसभा के लिए पांच बार निर्वाचित होकर आम जनता की सेवा की. पर्यटन, नागरिक उड्डयन, कृषि, ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री का दायित्व संभालते हुए उन्होंने कई उल्लेखनीय कार्य किए. सीएम बघेल ने कहा कि चंदूलाल जी ने अपनी लेखनी से कई ज्वलंत मुद्दे उठाए. निष्पक्ष, निर्भीक और मूल्य आधारित पत्रकारिता से छत्तीसगढ़ का नाम देश में रोशन करने वाले चंदूलाल चंद्राकर नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है.
चन्दूलाल चन्द्राकर का जन्म 1 जनवरी 1921 को दुर्ग जिले के निपानी गांव के कृषक परिवार में हुआ. वे बाल्यावस्था से ही मेधावी रहे. दुर्ग में प्रारंभिक शिक्षा के दौरान ग्रामिणों की समस्या का समाधान करने में भी आप सदैव तत्पर रहते थे. उन्होंने बी. ए. की पढ़ाई राबर्टसन कालेज जबलपुर से की थी. राजनीति के पूर्व आप सक्रिय पत्रकारिता से जुड़े. द्वितीय विश्व युद्ध के समय से वे अभ्यस्त पत्रकारों जैसी सधी हुई पत्रकारिता करने लगे.
1945 से पत्रकार के तौर पर चंदुलाल चंद्राकर की ख्याति होने लगी. उनके समाचार हिन्दुस्तान टाइम्स सहित देश-विदेश के अन्य अखबारों में प्रकाशित होने लगे. चंद्राकर को 9 ओलंपिक खेलों और तीन एशियाई खेलों की रिपोर्टिंग का सुदीर्घ अनुभव रहा. राष्ट्रीय अखबार दैनिक हिन्दुस्तान में संपादक के रुप में भी उन्होंने सेवाएं दी. छत्तीसगढ़ से राष्ट्रीय समाचार पत्र के संपादक पद पर पहुंचने वाले वे प्रथम थे. युद्धस्थल से भी उन्होने निर्भीकता पूर्वक समाचार भेजे और विश्व के लगभग सभी देशों की यात्रा पत्रकार के रुप में की.