गेवरा प्रोजेक्ट के कर्मचारियों को रिकार्ड कोयला उत्पादन करने पर मिला ईनाम
कोरबा 14 मई। गेवरा परियोजना ने गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में रिकार्ड तोड़ कोयला उत्पादन और डिस्पैच का मुकाम हासिल किया। गेवरा ने देश में 50 मिलियन टन कोयला उत्पादन व डिस्पेच करने वाली देश की एक मात्र खदान का कीर्तिमान स्थापित किया।
परियोजना का कुल उत्पादन 52.5 मिलियन टन रहा। सर्वाधिक उत्पादन होने के कारण गेवरा परियोजना ने 3 करोड़ 6 लाख 28 हजार 240 रूपये का प्रोत्साहन राशि इंसेटिव अर्जित किया है। एसईसीएल गेवरा प्रोजेक्ट के कर्मचारियों में बेहतर प्रदर्शन का ईनाम 2 करोड् 72 लाख 59 हजार 133 रूपये का इंसेटिव बांटा गया है। गेवरा परियोजना के कर्मठ श्रमवीरों द्वारा पूरी लगन और मेहनत से दिये गये टारगेट को पूरा किया गया। जिसके परिणाम स्वरूप अक्टूबर 2022 से मार्च 2023 तक 06 माह का 3 करोड् 6 लाख 23 हजार 240 रूपये का इंसेटिव अर्जित किया गया है। जिसमें से पीआईएस प्रोडक्टिविटी इंप्रूवमेंट स्कीम के तहत टोटल इंसेंटिव का 9 प्रतिशत गेवरा क्षेत्र को, 1 प्रतिशत कंपनी हेड क्वाटर को और 1 प्रतिशत सीईडब्लूएस गेवराध्कोरबा को बांटा जाना है। बाकी शेष 89 प्रतिशत गेवरा प्रोजेक्ट के कर्मचारियों को बांटा गया है। 89 प्रतिशत के हिसाब से 2 करोड़ 72 लाख 59 हजार 133 रूपये की राशि गेवरा प्रोजेक्ट के कर्मचारियों के बैंक खाता में शुक्रवार को भेज दिया दिया गया है। स्कीम के तहत माह में 20 हाजरी फिजिकल होना जरूरी है। तभी उस माह के इंसेटिव के लिए पात्र होगा। बांटी गयी इंसेटिव में कम से कम 300 रुपए और अधिक से अधिक 16994 रुपए तक का इंसेटिव कर्मचारियों के खाते में डाला गया है। गेवरा क्षेत्रीय इकाई के कर्मचारियों को 9 प्रतिशत के हिसाब से 27 लाख 56हजार 541 रूपये को 15 मई को उनके खाते में भेज दिया जायेगा।
कोयला मजदूर सभा एचएमएस गेवरा क्षेत्र के सेक्रेटरी एससी मंसूरी ने बताया कि इतना ही नहीं गेवरा परियोजना के श्रमवीरों द्वारा उक्त स्कीम के तहत आउट स्टेडिंग परफारमेंस स्पेशल रिवार्ड के तहत 1 करोड़ 12 लाख 21 हजार 5 सौ 62 रूपये अर्न हुआ है। जिसमें से 1 लाख 430 रूपये माह के बीच स्पॉट पर बांट दिया गया था। बाकी बचे 1 करोड़ 11 लाख 21 हजार 132 रूपये को स्कीम के तहत गेवरा एरिया जेसीसी द्वारा चाँदी का 50 ग्राम का सिक्का कोल इण्डिया मोनो के साथ बांटे जाने का निर्णय लिया गया है। जो प्रक्रिया में है। जल्द से जल्द गेवरा परियोजना के कर्मचारी को बांटा जाना है। इससे गेवरा के कर्मचारियों में खुशी की लहर है।