कुसमुंडा ने 423.5 लाख टन कोयला उत्पादन का बनाया रिकार्ड

कोरबा 31 मार्च। मेगा परियोजना कुसमुंडा ने 423.5 लाख टन कोयला उत्पादन कर सर्वाधिक कोयला उत्पादन का रिकार्ड बना लिया। इसके पहले वर्ष 2019.20 में 423.3 लाख टन कोयला उत्पादन हुआ था। खदान को 450 लाख टन की पर्यावरणीय मंजूरी मिली हुई है, इसलिए 31 मार्च तक खदान से कोयला निकासी जारी रहेगी।

साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल भले ही इस वर्ष अपने निर्धारित 1820 लाख टन का लक्ष्य हासिल न कर पाए पर कंपनी ने अभी तक सर्वाधिक कोयला उत्पादन कर लिया। कंपनी की अधिकांश खदान ने अपने लक्ष्य हासिल कर लिया है। मेगा परियोजना गेवरा 525 लाख टन के करीब पहुंच रही है। वहीं दूसरी मेगा परियोजना कुसमुंडा ने भी चालू वित्तीय वर्ष 2022.23 में सर्वाधिक कोयला उत्पादन करने वाली कंपनी बन गई है। इस खदान को चालू वित्तीय वर्ष में 450 लाख टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया था, इसके एवज में खदान ने अभी तक 423.5 लाख टन कोयला उत्पादन किया। बुधवार को प्रथम पाली में ही यह आंकड़ा पार कर लिया गया। प्रबंधन से जुड़े जानकारों का कहना है कि वित्तीय वर्ष समाप्त होने में दो दिन से अधिक वक्त है, इसलिए खदान अधिक उत्पादन कर नया कीर्तिमान बनाएगी। यहां बताना होगा कि एसईसीएल अभी तक 1630 लाख टन से भी ज्यादा कोयला उत्पादन कर चुकी है। वहीं 1570 लाख टन से ज्यादा कोयला डिस्पैच लदान किया जा चुका है। इसमें गेवरा खदान से पांच सौ लाख टन डिस्पैच हो चुका है।

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