बरबसपुर में 5 करोड़ से बनेगा प्रसंस्करण केंद्र

कचरे से तैयार होगा खाद व पेवर ब्लाक

कोरबा 24 जनवरी। कचरे का इस्तेमाल किस तरह किया जाए इसे लेकर अलग-अलग योजना तैयार की जाती रही है। अब कोरबा जिला नगर निगम ने भी बरबसपुर में वर्षों से जमा कचरे को खाद और पेपर ब्लाक में तब्दील करने की योजना बनाई है। इस योजना में भारी-भरकम राशि खर्च कर प्रसंस्करण केंद्र बनाए जाने की कार्ययोजना तैयार की गई है।

बरबसपुर में पिछले बीस साल से जमा शहर के कचरे को हटाने के लिए पांच करोड़ की लागत से प्रसंस्करण केंद्र बनाया जाएगा। इसके लिए 22 करोड़ की योजना नगर निगम ने बनाई है। यहां कचरे को ट्रामिल मशीन से अलग किया जाएगा। साथ ही कचरे से खाद व पेवर ब्लाक बनाया जाएगा। पेवर ब्लाक कांक्रीट ईंट की तरह होता है। इसका उपयोग भवन के बाहरी स्थान पर फर्श के लिए किया जाता है। प्लास्टिक का उपयोग सड़क बनाने व सीमेंट फैक्ट्री में ईंधन के लिए होगा। नगर निगम कोरबा के 67 वार्ड में डोर टू डोर कचरा संग्रहण का कार्य में 19 ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन एसएलआरएम के माध्यम से किया जा रहा है। यहां सूखा व गीला कचरा अलग किया जाता है, संग्रहण से लेकर कचरा छांटने के कार्य में स्वयं सहायता समूह की 700 महिलाएं लगी हैं। इसके साथ नाली से निकलने वाले मलबे की छंटाई के लिए ठेका दिया गया है। इसके कचरे भी सेंटरों में भेजा जाता है। भविष्य में यह व्यवस्था पर्याप्त नहीं होगी। इस दृष्टि से निगम ने नई योजना तैयार की है।

नगर निगम के बरबसपुर डंपिंग यार्ड में पुराना कचरा डंप है। इसे यहां से हटाने के लिए एक निजी कंपनी को पांच करोड़ रुपये में ठेका दिया गया है। छह माह के अंदर कचरा हटाकर स्थल को खाली किया जाना है। यहां करीब चार एकड़ में कचरा प्रसंस्करण केंद्र स्थापित कर प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जाएगी। यहां कचरे को अलग करने के लिए ट्रामिल मशीन लगाई जाएगी। कचरे से खाद, गैस और पेवर ब्लाक की भी योजना है। कचरा हटने पर पर्याप्त जगह उपलब्ध हो जाएगी। यहां गार्डन निर्माण का भी प्रस्ताव तैयार किया गया है। अधिकारियों को उम्मीद है कि डंप पड़े पुराने कचरे के निपटान से स्वच्छता सर्वेक्षण में भी अंक बढ़ेंगे।

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