विधानसभा चुनावः किसे मिलेगी कुर्सी, प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला आज

कोरबा 03 दिसम्बर। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर की वैतरणी इस बार पार लगेगी या फिर कांग्रेस के नए चेहरे फूलसिंह राठिया बाजी मारेंगे। वहीं तीन बार के विधायक व निवृतमान राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल चौथी बार यह सीट अपनी झोली डालेंगे या पूर्व महापौर लखनलाल देवांगन कोरबा में पहली बार भगवा लहरायेंगे। इस तरह कई सवाल हैं, जो आमजनों के जेहन मे कौंध रहा है। पिछले एक पखवाड़े से काफी चर्चा चल चुकी है। प्रत्याशियों के साथ कार्यकर्ताओं वह समर्थकों के भी धड़कने तेज हो गई है। आज इवीएम खुलते ही रुझान मिलने लगेगा।

निर्वाचन विभाग ने मतगणना की तैयारी पूर्ण की है। आज सुबह आठ बजे से गिनती शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही जैसे- जैसे गिनती आगे बढ़ते जाएगी, वैसे- वैसे जीत हार की स्थित भी स्पष्ट होते जाएगी। वर्तमान में यह सीट प्रदेश की हाट सीट बन चुकी है। कोरबा की जनता किसके सिर जीत का सेहरा बांधती है, यह कुछ घंटों में ही सामने आ जाएगा। राजस्व मंत्री जयसिंह ने जहां इस सीट को अपनी प्रतिष्ठा बना लिया है, तो दूसरी तरफ लखन की ओर से भाजपा भी इसे प्रतिष्ठापूर्ण नजरों से देख रही है, क्योंकि तीन बार हार झेल चुकी भाजपा मतदान के पहले इससे उबरने की कोशिश में जुटी रही।

उधर आरक्षित रामपुर विधानसभा सीट से भाजपा ने एक बार पुनः पूर्व गृहमंत्री व निवृतमान विधायक ननकीराम कंवर को मैदान में उतारा है। अखंड मध्यप्रदेश के दौरान भी कई विभागों के मंत्री रह चुके ननकीराम कंवर को रामपुर विधानसभा का परिणाम इस बार उनका राजनीतिक भविष्य भी तय करेगा। वहीं कांग्रेस ने इस बार राठिया समाज को प्रतिनिधित्व देते हुए फूलसिंह पर दांव लगाया है। फूलसिंह पिछली बार टिकट नहीं मिलने पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से चुनाव लड़े थे, पर पराजय का सामना करना पड़ा था। इस बार उन्होंने पूरी ताकत झोंक दी है और पार्टी के विश्वास पर फूलसिंह कितना खरा उतरते हैं, यह आज मालूम चलेगा।

कटघोरा विधानसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं सात बार विधायक रहे बोधराम कंवर के पुत्र पुरूषोत्तम कंवर को पार्टी ने पुनः टिकट प्रदान की है। इसलिए उन्होंने जीत हासिल करने हर संभव प्रयास किया है। वहीं भाजपा ने नए चेहरे के रूप में जनपद सदस्य प्रेमचंद पटेल को मैदान में उतारा है। क्षेत्र की जनता के दिल में प्रेम कितना स्थान बन पाते हैं, यह तो परिणाम आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। इस सीट से भाजपा ने वर्ष 2013 में कोरबा नगर निगम के पूर्व महापौर लखनलाल देवांगन को मैदान में उतारा था और उन्होंने अपराजित बोधराम कंवर को पराजित किया था, हालांकि वर्ष 2018 के चुनाव में पुरूषोत्तम से हार का सामना करना पड़ा। प्रेम अब इस सीट को पुनः भाजपा के खाते लाते हैं अथवा नहीं, इस पर सभी लोगों की नजर टिकी हुई है।

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