05 सितम्बर को राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित किये जायेंगे शिक्षक मुकुन्द उपाध्याय

कोरबा 04 सितम्बर। जिला मुख्यायल से 18 किलोमीटर दूर शासकीय माध्यमिक शाला आमापाली, संकुल तिलकेजा में पदस्थ शिक्षक मुकुन्द केशव उपाध्याय 1998-99 से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। शाला में अध्ययनरत बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु सतत प्रयासरत उपाध्याय शासन के द्वारा सौंपे गए दायित्वों का बखूबी निर्वहन करते आ रहे हैं। योजनाओं को अपने शाला में उत्साहित होकर कार्य करने के साथ ही उन्होंने अनेक श्रेष्ठ कार्य किए। उपको इस वर्ष 5 सितम्बर को राजभवन में राज्यपाल पुरस्कार दिया जाएगा। उपाध्याय को यह सम्मान उनके कार्य-व्यवहार, बच्चो के प्रति अगाध प्रेम व शालेय गतिविधियों में सक्रियता के कारण मिलने जा रहा हैं।

उनको पूर्व में भी शासन स्तर पर मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण, रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय शैक्षणिक गोष्ठी में कोरबा जिले का प्रतिनिधित्व करने का अवसर भी प्राप्त हो चुके हैं,शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा, कलेक्टर, मंत्री, विधायक, महापौर, अनेको सामाजिक संगठन, सास्कृतिक मंच, द्वारा सम्मान पत्र मिल चुके है। मुकुन्द उपाध्याय ने कोरोनकाल में लगभग 200 ऑनलाइन मीटिंग किए। इतना ही नही घर घर जाकर दाल,चावल,तेल का पैकेट वितरण किया। उन्हें शिक्षा विभाग द्वारा एक नवम्बर 2022 को संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव कलेक्टर रानू साहू, कोरबा जिले के समस्त विधायको की उपस्थितिमें राज्योत्सव में मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण सम्मान दिया जा चुका है।

जांजगीर-चांपा के सहायक शिक्षक राजेश कुमार सूर्यवंशी और व्याख्याता अनुराग तिवारी, रायगढ़ के व्याख्याता भोजराम पटेल और सहायक शिक्षक संतोष कुमार पटेल, बिलासपुर के व्याख्याता सुशील कुमार पटेल और सहायक शिक्षक रामधन पटेल, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही की सहायक शिक्षक अदिति शर्मा और सहायक शिक्षक भीष्म प्रसाद त्रिपाठी, कोरबा के सहायक शिक्षक गोकुल प्रसाद मार्बल और शिक्षक मुकुन्द केशव उपाध्याय, सक्ती के सहायक शिक्षक पुष्पेन्द्र कुमार कौशिक और सहायक शिक्षक मीरा देवांगन, कोरिया के सहायक शिक्षक रूद्र प्रताप सिंह राणा और व्याख्याता डा.विनोद पांडेय, सूरजपुर की व्याख्याता निशा सिंह और सहायक शिक्षक दिनेश कुमार साहू, सरगुजा की व्याख्याता अनामिका चक्रवर्ती और व्याख्याता अंचल कुमार सिन्हा, बलरामपुर के व्याख्याता बाबूलाल लहरे और सहायक शिक्षक रमेश कुमार साकेत का नाम शामिल है।

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