बेटी को बचाने जंगली सूअर से भिड़ी महिला की मौत, सूअर की भी गई जान

कोरबा 27 फरवरी। जंगल में स्थित खेत में काम करने के दौरान मां-बेटी पर जंगली सुअर ने हमला कर दिया। अपनी 11 वर्षीय बेटी को बचाने के लिए महिला सूअर से भिड़ गई और उसे बच्ची के करीब पहुंचने नहीं दिया। करीब आधे तक संघर्ष चला, जिसमें उन दोनों की मौत हो गई।

कटघोरा वन मंडल अंतर्गत पसान वन परिक्षेत्र के तेलियामार गांव की 45 वर्षीय महिला दुवशिया बाई रविवार की सुबह अपनी 11 वर्षीय बेटी रिंकी को लेकर काम करने खेत गई थी। जंगल के पास स्थित खेत में वे दोनों मां-बेटी काम कर रहे थे। उसी बीच वहां जंगली सुअर पहुंचा और हमला करने दौड़ा। बेटी की जान बचाने के लिए दुवशिया बाई अपनी जान की परवाह किए बगैर खुद सूअर से भिड़ गई। सुअर अपने नुकीले दांत से हमला करता रहा फिर भी महिला उसे भिड़ी रही। करीब आधे घंटे तक संघर्ष चलता रहा, लेकिन महिला ने सूअर को बच्ची के नजदीक पहुंचने ही नहीं दिया। उसने अंतिम दम तक सूअर के गले के हिस्से को दबाकर रखा। आखिरकार सूअर ने दम तोड़ दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल होने से महिला की भी मौत हो गई।

महिला के साथ उसकी 11 वर्षीय बिटिया सुनीता मौजूद थी। उसने बताया कि मां के साथ वह खेत में मिट्टी खुदाई कर रही थी, उसी दौरान दूर से सुअर का झुंड दिखा, जिसे उन्होंने भैंस समझकर ध्यान नहीं दिया। इस बीच झुंड में मौजूद बड़े सूअर ने उनपर हमला कर दिया। तब मां ने उसे भागकर घर जाने को कहा। वह घर जाकर पिता को घटना के बारे में बताई, पिता के साथ वह खेत पहुंची, वहां उसकी मां व सूअर की मौत हो चुकी थी। पसान रेंजर रामनिवास दहायत ने बताया कि घटना के संबंध में सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंचे तो वहां जंगली सूअर व महिला की मौत हो चुकी थी। मामले में पंचनामा कारवाई कर आगे की कार्रवाई की जा रही है, वहीं मृतका के परिजनों को वन विभाग की ओर से 25 हजार रुपए की सहायता राशि दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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