कोरबा 25 सितम्बर। सभी तरह की आसुरी तत्वों का संहार करने के लिए अतीत में पराम्बा दुर्गा ने अपनी दैवीय शक्ति का उपयोग किया था और इसके माध्यम से सज्जन शक्ति की रक्षा की थी। शक्ति पूजा के नाम से मनाये जाने वाले शारदीय नवरात्र पर्व की शुरुआत 26 सितंबर से हो रही है। इसके लिए देवी मंदिर के साथ.साथ दुर्गा प्रतिमा स्थापना वाले पंडालों में तैयारी की गई है।

कोरबा शहर के अलावा उपनगरीय क्षेत्रों और ग्रामीण अंचल के मंदिरों में नवरात्र पर्व के दौरान ज्वारा बोने सहित अखंड ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किये जाएंगे। यहां पर विधि-विधान से देवी की पूजा अर्चना की जाएगी और नवमी को पर्व का समापन होगा। इससे पहले स्त्री शक्ति की भूमिका को रेखांकित करने के लिए कन्या पूजन भी किया जाएगा। नवरात्र पर्व पर मिट्टी से बनी आदिशक्ति की प्रतिमा स्थापना के साथ उपासना का विधान है। इस कड़ी में जिले में सैकड़ों स्थानों पर प्रतिमाएं विराजित की जाएंगी। उत्तर और पूर्व की परंपरा की तस्वीर कोरबा जिले में नजर आएंगी। इसके अंतर्गत अनेक स्थानों पर महाल्या को स्थापना होगी तो कुछ स्थानों पर षष्ठी को यह काम होगा। दोनों स्थिति में देवी उपासना अहम तत्व होगा।

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