आनलाइन परीक्षा लिए जाने विद्यार्थियों ने चलाया हस्ताक्षर अभियान

कोरबा 8 मार्च। कालेजों में परीक्षाएं आनलाइन आयोजित करने की मांग लगातार जोर पकड़ती जा रही है। छत्तीसगढ़ पैनल के बेनर तले छात्र-छात्राओं ने आनलाइन परीक्षा की मांग करते हुए हस्ताक्षर अभियान चलाया। विद्यार्थियों ने चिंता व्यक्त की है कि उनकी कक्षाएं नियमित रूप से पटरी पर आए अभी मुश्किल से तीन माह ही बीते हैं। उस पर भी अब तक की पढाई आनलाइन ही हुई है और ऐसे में उनकी परीक्षाएं आफ लाइन प्रणाली की बजाय आनलाइन ही ली जानी चाहिए।

पैनल के छात्र-छात्राओं ने मांग रखी है कि आनलाइन परीक्षा ही कोरोनाकाल के संकट के उबरने का प्रयास कर रहे परीक्षार्थियों के लिए उचित होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा सत्र 2020-21 में ही स्कूल-कालेजों में एडमिशन की प्रक्रिया काफ ी विलंब से हुई था। इसके बाद महामारी की मुश्किलों के चलते उनकी आनलाइन कक्षाएं भी अभी तीन माह पहले ही दिसंबर में पटरी पर आई। अब समझने वाली बात यह होगी कि विद्यार्थी अपने पूरे नौ माह का पाठ्यक्रम तीन-चार महीने में कैसे पूरा कर सकेंगे। ऐसे में छात्र-छात्राओं चिंतित हैं। दूसरी ओर उनका कहना है कि देश के अलग-अलग इलाकों के साथ ही प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर सामने आने लगे हैं। इसके अलावा जिस तरह से उन्हें शैक्षणिक सत्र में उच्च शिक्षा विभाग से जैसी शिक्षा प्रदान की गई है, वैसे ही उनसे परीक्षा लेने की भी कार्रवाई की जाए। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से दिवाकर राजपूत, जुनैद मेमन, कमल दास, श्रवण जायसवाल, आकाश तिवारी, अशोक दास, अभिषेक कुरील, अभिषेक सिंह, अजहर खान, सोम दास समेत अन्य छात्र-छात्राओं ने मौजूदगी दर्ज कराई।

तकनीकी संस्थाओं की तरह लागू करें व्यवस्थाः-पैनल के छात्र-छात्राओं का कहना है कि जिस तरह से तकनीकी विश्वविद्यालय की ओर से इंजीनयरिंग की परीक्षाएं आनलाइन आयोजित की जा रहीं हैं, उसी तरह की व्यवस्था उच्च शिक्षण संस्थाओं में भी उपलब्ध कराई जानी चाहिए। उसी प्रकार अटल विश्वविद्यालय से संबद्ध जिले के कालेजों के विद्यार्थियों की भी परीक्षाएं आयोजित की जाए। इससे परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को परेशानी न हो और कोरोना वायरस संक्रमण से भी बचा जा सकें। उनका कहना है कि इस मांग पर विश्वविद्यालय व उच्च शिक्षा विभाग को गंभीरता से लेते हुए सार्थक पहल होनी चाहिए।

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