उद्योगों से निकलने वाले धुएं बनी गंभीर समस्या, प्रदूषण से लोग परेशान

कोरबा 19 फरवरी। छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख औद्योगिक नगर है, जो मुख्य रूप से कोयला खनन, थर्मल पावर प्लांट्स और अन्य भारी उद्योगों के लिए जाना जाता है। यहाँ वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन गई है, जिससे नागरिकों में चिंता बढ़ रही है। इन उद्योगों से निकलने वाले धुएं, हानिकारक गैसों और धूल कणों के कारण हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, जैसे सांस लेने में दिक्कत, अस्थमा, और अन्य श्वसन रोग।
बताया गया कि शहर के अलावा आसपास के कई किलोमीटर में इसका असर हो रहा है और प्रभावितों की संख्या बढ़ती जा रही है। पीडि़तों को समस्या से उबरने में हर महीने बड़ी राशि खर्च करनी पड़ रही है। यह बात सही है कि सरकार ने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए योजना जरूर बनाई है लेकिन अस्पतालों का प्रबंधन लोगों को यह कहकर भ्रमित करने में लगा हुआ है कि हमारी सूची में इस बीमारी के उपचार को शामिल नहीं किया गया है। इस चक्कर में मरीजों के पास एक ही विकल्प है कि या तो वे समस्या को झेले या फिर अपने पास से रुपए लगाकर इसकी जद से बाहर आए।
जानकारों का अभिमत है कि कोरबा जिले में वायु प्रदूषण की समस्या पर लगाम लगाने के लिए प्रदूषण मानकों का पालन सुनिश्चित करने के लिए सरकार को सख्त कानून लागू करने की आवश्यकता है। पौधे हवा में प्रदूषकों को सोखने में मदद करते हैं, इसलिए नगर में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना चाहिए। इसके अतिरिक्त लोगों को प्रदूषण और इसके प्रभावों के बारे में जागरूक करना चाहिए ताकि वे भी अपने स्तर पर सावधानी बरत सकें।