आदिवासी ही सबसे बड़ा हिन्दू है: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
रायपुर। आज विधर्मियों और विदेशी ताकतों द्वारा जनजातीय समाज के लोगों को सनातन धर्म से अलग करने का काम किया जा रहा है। जन जातीय समाज को इससे सचेत रहने की जरूरत है। आदिवासी ही सबसे बड़ा हिंदू है, जो आदिकाल से भगवान शिव-माता पार्वती की पूजा करते आ रहे हैं, पेड़-पौधे की पूजा करते आ रहे हैं।
आज कबीरधाम जिले के बोड़ला में आयोजित विराट हिंदू संगम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उक्त बातें कही। इस अवसर पर उन्होंने यज्ञ में हवन-पूजन कर समस्त प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की, साथ ही संत समाज का आशीर्वाद लिया। सीएम साय ने कहा कि हम लोग कर्मा पूजा करते हैं, कर्मा पूजा को भगवान मानते हैं। हमारी माता-बहनें उपवास रहती हैं, पेड़-पौधे की पूजा करती हैं। जो प्रकृति, पेड़-पौधे, भगवान शिव-माता पार्वती, गौरा-गौरी की पूजा करते हैं, उससे बड़ा हिंदू और कौन हो सकता है। इसलिए हमारे सनातन धर्म को आगे बढ़ाना है, विधर्मियों के बहकावे में नहीं आना है।
विष्णु देव साय ने कहा कि बोड़ला में इस विराट हिंदू संगम की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूज्य सरसंघचालक मोहन भागवत जी ने की थी और पिछले 13 वर्षों से इसका आयोजन हो रहा है, आज यहाँ उपस्थित होकर गर्वित महसूस कर रहा हूँ। उन्होंने सर्व हिंदू समाज को जोडऩे, उन्हें सशक्त बनाने के लिए आयोजित इस आयोजन पर समिति के सदस्यों का ह्रदय से आभार व्यक्त किया।
राजिम कुम्भ कल्प के भव्य आयोजन के विषय में श्री साय ने कहा कि पिछले वर्ष से हमने धर्मनगरी राजिम में कुम्भ कल्प का भव्य आयोजन प्रारंभ किया है। इस वर्ष भी यह आयोजन दिव्य होगा। इस कुम्भ कल्प में साधू-संत और श्रद्धालु आते हैं और सनातन धर्म को मजबूती मिलती है। पांच दिवसीय इस हिंदू संगम के समापन समारोह में मुख्यमंत्री साय ने हवन-पूजन के पश्चात आयोजन समिति के सदस्यों और जनजातीय समाज के लोगों संग पारंपरिक रीति से जमीन पर बैठकर भोजन-प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर संत श्रीराम बालकदास जी महात्यागी, संत रामानंद सरस्वती, आचार्य राकेश जी, संत प्रवीणदास जी महाराज, संत दिवाकर दास जी महाराज, संत ओंकार दास जी महाराज, संघ के प्रांत संचालक श्री टोपलाल वर्मा जी,श्री अभयराम जी, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष श्री चंद्रशेखर वर्मा जी, उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा जी, प्रदेश संगठन महामंत्री श्री पवन साय जी, राजनांदगांव सांसद श्री संतोष पांडेय जी, त्रिपुरा की सांसद कीर्तिदेवी सिंह जी, विधायक श्रीमती भावना बोहरा जी एवं अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।
27 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ट्यूट कर बताया कि नक्सल विचारधारा से क्षुब्ध और छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नारायणपुर जिले के 27 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। इस महत्वपूर्ण सफलता में जिले में चलाये जा रहे आत्मसमर्पण नीति ‘‘माड़ बचाओ अभियान’’ की भी बड़ी भूमिका रही है। नक्सलवाद के काले साये से रक्षा के लिए हमारी सरकार हर संभव और हर स्तर पर लड़ाई लड़ रही है। इसके कुचक्र में फंसे लोग अब पुन: समाज की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं, जो स्वागतेय है। हमारी सरकार, नक्सलवाद का दामन छोड़ मुख्यधारा में आने वाले इन लोगों के पुनरुत्थान के लिए तत्पर है। बस्तर संभाग के सुदूर अंचलों में हमारी सरकार द्वारा लगातार नए सुरक्षा कैंप स्थापित करने, नियद नेल्ला नार योजना से सडक़ निर्माण, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार से लोगों का सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है।