ग्राम पंचायत रजगामारः बोगस शिकायत से अफसरों को भ्रमित करने की कोशिश
कोरबा 24 दिसम्बर। विकासखंड कोरबा अंतर्गत रजगामार ग्राम पंचायत में पिछले सचिव को प्रशासन ने प्रशासनिक आधार पर बदल दिया। काफी समय से विवादों के चक्कर में हर किसी की दिक्कतें बढ़ी। इधर नई जानकारी मिली है कि बीते वर्षों में पंचायत के द्वारा प्रस्ताव और प्रक्रियाओं के अंतर्गत जो कार्य कराए गए उनका अनुमोदन अधिकारियों ने किया। भुगतान के लिए भी यही सब किया गया। अब इस मामले में गलत जानकारी भेजकर अफसरों को भ्रमित करने की कोशिश अराजक तत्वों के द्वारा की जा रही है।
सरपंच रमूला राठिया ने इस बारे में कलेक्टर कोरबा, सीईओ जिला पंचायत, एसडीएम और सीईओ जनपद पंचायत को अवगत कराया है। उन्होंने कहा है कि पंचायत में विकास कार्यों को फर्जी शिकायतों से अवरूद्ध करने की कोशिश की जा रही है और सरपंच को परेशान किया जा रहा है। यह भी कहा गया है कि प्रशासन द्वारा किए गए एफआईआर के परिप्रेक्ष्य में अगली कार्यवाही पर रोक लगाना भी जरूरी हो गया है। सरपंच ने बताया कि इस मामले में उप सरपंच की शरारत जारी है और इस वजह से छवि पर असर पड़ रहा है। बताया गया कि ग्राम पंचायत में जो भी विकास कार्य कराए जा रहे हैं उसकी ही राशि का आहरण किया गया है। जनपद पंचायत कोरबा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी का अनुमोदन भी इन मामलों में हुआ है।
दूसरी ओर उप सरपंच फर्जी जानकारी के आधार पर मनगढ़ंत शिकायत कर टाइम पास करने में लगे हैं। जबकि ग्रामीण जनता को विकास कार्यों को लेकर किसी प्रकार से कोई परेशानी नहीं है। अधिकारियों को बताया गया है कि प्रशासन द्वारा कई मामलों में उपसरपंच को आर्थिक गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है इसलिए उसका मनोबल बढ़ा हुआ है। सरपंच ने बताया कि वर्तमान में विभिन्न वार्डों में लोगों की जरूरत के लिए काम कराए गए हैं और इनकी राशि विधिवत अनुमोदन के पश्चात् आहरित की गई है। कार्यों का प्राक्कलन सीईओ के निर्देश पर बनवाया गया है। ऐसे में पंचायत के कार्यों पर कोई कैसे उंगली उठा सकता है।