बफर लिमिट ने बढ़ाई समस्याः 23 से बंद करेंगे धान खरीदी, सहकारी समिति ने दिया अल्टीमेटम
कोरबा 17 दिसम्बर। समर्थन मूल्य पर किसानों से धान की खरीदी का काम जारी है। कोरबा समेत सभी जिलों में बफर स्टॉक हो गया है। कोरबा जिले में कुल खरीदी के सापेक्ष अब तक सिर्फ 21 प्रतिशत धान का उठाव हो सका है। अधिकांश क्षेत्रों में ऐसे ही हालात हैं। छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने कहा कि अगर 22 दिसंबर तक धान के उठाव में तेजी नहीं आई तो 23 दिसंबर से सभी केंद्रों में उपार्जन का काम बंद कर दिया जाएगा।
कोरबा जिले में कर्मचारी संघ की ओर से प्रातीय निर्देश पर विपणन अधिकारी को इस बारे में सूचित किया गया है। पत्र में कहा गया कि कोरबा जिले के 65 उपार्जन केंद्रों में 15 दिसंबर तक कुल 6 लाख 35 हजार 665 क्विंटल धान खरीदी हुई है। जबकि इसके विरूद्ध केवल 1 लाख 36 हजार 616 क्विंटल मात्रा का ही उठाव हो सका है। उठाव की यह मात्रा कुल खरीदी के अनुपात में केवल 21 प्रतिशत होती है। इस वजह से सभी धान खरीदी केंद्रों में बफर लिमिट से अधिक का स्टॉक शेष है। इसके चलते धान खरीदी केंद्रों में जगह की कमी के कारण धान खरीदी किया जाना संभव नहीं होगा। कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष ने बताया कि 22 दिसंबर तक अगर कोरबा जिले के सभी उपार्जन केंद्रों के मिलर अथवा संग्रहण केंद्र के माध्यम से धान का उठाव नहीं कराया जाता है तो आगामी दिवस यानि 23 दिसंबर से उपार्जन केंद्रों के प्रभारी धान खरीदी बंद कर देंगे। इस दौरान किसानों को होने वाली असुविधा के लिए समस्त जवाबदारी विपणन विभाग की होगी। पत्र की प्रतिलिपि कलेक्टर, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, जिले के सभी एसडीएम और जिला सहकारी बैंक के नोडल ऑफिसर को दी गई है।