SECL के मुआवजा और कोयला घोटाला को लेकर CBI का छापा
कोरबा 18 नवम्बर। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में सीबीआई ने बड़ी कार्यवाही करते हुए दो घरों पर छापामार कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के पीछे करोड़ों रुपयों का मुआवजा घोटाला और कोयला तस्करी को कारण बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम साऊथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) बिलासपुर की कोरबा जिले में स्थापित खुले मुहाने की गेवरा कोयला परियोजना दीपका क्षेत्र में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बड़ी कार्यवाही करते हुए दो स्थानीय निवासियों के घरों पर छापा मारा। बताया जा रहा है कि यह कार्यवाही एसईसीएल की प्रभावित खदान क्षेत्र में मुआवजा वितरण में गड़बड़ी और कोयला तस्करी की शिकायतों को लेकर की गई है। सीबीआई की टीम ने दीपका निवासी व्यापारी राजेश जायसवाल और हरदीबाजार निवासी इंटक श्रमिक यूनियन के नेता श्यामू जायसवाल के घरों पर छापा मारा है और दस्तावेजों की गहन जांच शुरू की। देखें वीडियो-
बताते हैं कि मुआवजा वितरण में अनियमितताओं और कोयला तस्करी के आरोप की जांच के लिए सी बी आई ने यह कदम उठाया है। ज्ञात हो कि एसईसीएल द्वारा खदान क्षेत्र से प्रभावित लोगों को भूमि अधिग्रहण के बाद अर्जित भूमि का मुआवजा दिया जा रहा है, लेकिन इसमें कई गड़बड़ियों की शिकायतें सामने आईं हैं। आरोप है कि प्रभावित परिवारों को सही मुआवजा नहीं मिला, जबकि कुछ अपात्र लोगों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया। इसी प्रकार दीपका और गेवरा खदानों से करोड़ों रुपयों की कोयला तस्करी होती रही है। छापा के तार इससे भी जुड़े हुए हैं। सीबीआई के अधिकारी कड़ी सुरक्षा के बीच जांच कर रहे हैं।